सुषमा स्वराज का चीन दौरा: भारत-चीन ने द्विपक्षीय संबंध सुधारने का संकल्प लिया
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने रविवार को मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का संकल्प लिया. सुषमा और वांग ने चीन-भारत संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक-दूसरे की सराहना की, जिनमें पिछले साल डोकलाम में 73 दिनों के सैन्य गतिरोध के कारण खटास आ गई थी.
बीजिंग: भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके चीनी समकक्ष वांग यी ने रविवार को मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का संकल्प लिया. सुषमा और वांग ने चीन-भारत संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक-दूसरे की सराहना की, जिनमें पिछले साल डोकलाम में 73 दिनों के सैन्य गतिरोध के कारण खटास आ गई थी.
सुषमा ने वांग को स्टेट काउंसिलर बनने और भारत के साथ सीमा मुद्दे पर चीन के विशेष प्रतिनिधि बनने की बधाई दी. सुषमा ने कहा, "मैं बीजिंग में हूं, इसकी मुझे बहुत प्रसन्नता है और मैं आपसे फिर से मिलकर बहुत खुश हू. मैं आपको चीन के स्टेट काउंसलर के रूप में प्रमोट होने और विदेश मंत्री के रूप में फिर से नियुक्ति के लिए बधाई देती हूं."
EAM @SushmaSwaraj begins her Press Statement after meeting with Foreign Minister of China Wang Yi. At the meeting, the two sides reviewed various aspects of bilateral relations and discussed regional and international issues of mutual interest. pic.twitter.com/vBgKT2xQ8I
— Raveesh Kumar (@MEAIndia) April 22, 2018
उन्होंने कहा, "मैं आपके भारत के साथ सीमा मुद्दे पर चीन के विशेष प्रतिनिधि बनने से बहुत खुश हूं." सुषमा ने शी जिनपिंग के चीन के फिर से राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित होने की भी बधाई दी. वांग ने कहा, "इस साल, हमारे नेताओं के मार्गदर्शन में चीन-भारत संबंधों ने अच्छा विकास किया है और मंत्री जी (सुषमा) ने उसमें बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसकी हम सराहना करते हैं."
इसी महीने चीन दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, शी जिनपिंग से होगी मुलाकात
वांग ने कहा, "इस साल चीन के एनपीसी के समापन के पहले राष्ट्रपति शी जिनपिंग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक बहुत ही महत्वपूर्ण फोन आया. इस दौरान दोनों नेताओं ने विचारों का आदान-प्रदान किया और चीन-भारत संबंधों को आगे बढ़ाने पर आम सहमति जताई थी. हमें उसे लागू करने के लिए बहुत मेहनत करनी होगी."