Sweden: स्वीडन एक ऐसा देश है, जहां धूम्रपान की दर सबसे कम है. इस बात की पुष्टि बुधवार (31 मई) को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी की. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बुधवार को "विश्व तम्बाकू निषेध दिवस" मनाया है. इस दिन WHO ने दावा किया कि स्वीडन खुद को "धूम्रपान मुक्त" घोषित करने के बेहद करीब है. इस देश में महज 5 फीसदी से भी कम लोग दैनिक रूप से धूम्रपान करते हैं.
यूरोस्टेट सांख्यिकी एजेंसी के मुताबिक, 2019 में 15 साल से अधिक उम्र में सिर्फ 6.4 फीसदी लोग स्वीडन में रोजाना धूम्रपान करने वाले थे. जो यूरोपीय संघ में बेहद कम है. दरअसल, यूरोपीय संघ के 27 देशों में रोजाना औसत धूम्रपान करने वालों की संख्या 18.5 फीसदी है, जो स्वीडन की अपेक्षा कहीं ज्यादा है.
धूम्रपान की दर में गिरावट जारी
स्वीडन की पब्लिक हेल्थ एजेंसी के आंकड़े बताते हैं कि तब से धूम्रपान की दर में गिरावट जारी है. पिछले साल की आंकड़ों पर गौर फरमाए तो यह 5.6 फीसदी तक पहुंच गई थी. दरअसल, इसके पीछे लोगों में जागरूकता एक बड़ी वजह बताई जा रही है.
फेफड़ों के कैंसर की शिकायत कम
स्वीडिश कैंसर सोसायटी के महासचिव उलिका अरेहेड के अनुसार, देश में सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को लेकर बीते कई सालों से सख्ती है, जिसका असर भी देखने को मिल रहा है. उन्होंने इस बात को भी स्वीकार किया कि देश में लोग अपनी सेहत को लेकर बेहद गंभीर हैं, जिससे उन्होंने धूम्रपान से दूरी बनाई है. इसका असर भी साफ तौर पर देखने को मिल रहा है. अब यहां फेफड़ों के कैंसर की दर दुनिया के अन्य देशों की अपेक्षा कम हो गई है.
पब्लिक प्लेस पर धूम्रपान वर्जित
सरकार ने देश में सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने पर विशेष पाबंदी लगाई है. यहां रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन, अन्य भीड़भाड़ वाली जगहों पर धूम्रपान करना बैन है, जिसका लोग पालन भी करते हैं.
कनाडा भी सिगरेट पर बरतेगा सख्ती
तंबाकू जानलेवा है, इसका धुआं बच्चों के लिए हानिकारक है. सिगरेट ल्यूकेमिया का कारण है. हर कश में जहर है. कुछ इस तरह के सदेश कनाडा में बिकने वाले सिगरेटों पर अंग्रेजी और फ्रेंच में लिखा जाएगा कनाडा ने बुधवार को घोषणा की कि हर सिगरेट पर स्वास्थ्य चेतावनी छापनी पड़ेगी. ऐसा करने वाला कनाडादुनिया का पहला देश बन गया है.
ये भी पढ़ें: Russia Ukraine War: रूस की तरफ से लड़ते हुए इराकी नागरिक ने दे दी जान, जानें क्यों लड़ रहा था पुतिन की लड़ाई