जानिए- किस देश में महिला फौजियों को अब तक पुरुष सैनिकों के अंडरवियर पहनने पड़ते थे
महिला सैनिकों को पुरुषों का अंडरवियर देना रोक दिया जाएगा. कवायद का मकसद सशस्र बलों में महिला अनुपात को बढ़ावा देना है. सेना में महिला सैनिकों को पहले पुरुषों के 'ढीले ढाले' अंडरवियर जारी किए जाते थे.
सैन्य बल में महिलाओं को आकर्षित करने के लिए पहली बार स्विस सेना महिला सैनिकों को महिला अंडरवियर देने जारी रही है. ये अंडरवियर पुरुषों के अंडरवियर से अलग महिलाओं के लिए खास होगा. वर्तमान में महिला फौजियों को पुरुषों का 'ढीला' अंडरवियर जारी किया जाता है जो आकार में बड़े होते हैं, मगर अब दो अलग-अलग सेट में महिला अंडरवियर जारी किए जाएंगे.
स्विटजरलैंड में महिला सैनिकों को अब नहीं पहनने होंगे पुरुषों के अंडरवियर
स्विस सेना ने बताया कि एक सेट गर्म महीनों के लिए होगा जबकि दूसरा सेट ठंड के लिए होगा. सेना के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि अगले महीने शुरू होने जा रहे परीक्षण में महिला अंडरवियर को जांचा जाएगा. अंडरवियर का परीक्षण सेना की यूनिफॉर्म को व्यापक आधुनिक बनाने का हिस्सा है, जिसे 1980 के दशक में विकसित और डिजाइन किया गया था. सेना की नई कवायद का मकसद अगले 10 वर्षों में महिला सदस्यों की संख्या को 1 फीसद से बढ़ाकर 10 फीसद करना है.
सेना का महिला सैनिकों को महिला अंडरवियर जारी करने की दिशा में कदम
हालांकि, महिला और पुरुषों के लिए जंग का एक ही यूनिफॉर्म होगा. गौरतलब है कि अंडरवियर को आधुनिक बनाने की खबर सेना की ज्यादा महिला सैनिकों को आकर्षित करने की इच्छा के एलान के बाद आई है. पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर स्विजरलैंड के रक्षा मंत्रालय ने सेना में महिलाओं का अनुपात बढ़ाने को कहा था.
मंत्रालय ने महिलाओं के लिए नई सेवा को लागू करने और सैन्य सेवा, काम, शिक्षा और परिवार के सामंजस्य को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया था. बताया जाता है कि रक्षा मंत्री वियोला अमहर्ड ने पहल का स्वागत किया है. उनका ये भी कहना है कि 'अनुरूपता' को सुधारने की जरूरत है. स्विस सशस्त्र बल में महिला और पुरुषों की ड्यूटी 2004 से एक समान है. एक महिला सैनिक ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "अंडरवियर का फर्क पड़ता है चाहे आपको 27 किलो वजनी सामान के साथ जमीन पर रेंगना पड़े या दफ्तर की कुर्सी पर खामोशी से बैठना पड़े."