नई दिल्ली: मां-बाप के लिए उनके बच्चे ही दुनिया की सबसे बड़ी खुशी होते हैं. वे अपने खून से सींच कर उन्हें एक काबिल शख्स बनाने की भरसक कोशिश करते हैं. सिर्फ आदम जात ही नहीं बल्कि यह तो जानवरों में भी अपने बच्चों के लिए बेपनाह मुहब्बत होती है. आंखों का तारा, घर की रौनक और दिल का टुकड़ा ना जाने कई ऐसी शब्द हैं जो इस दुनिया में मां बाप ने अपने बच्चों के लिए गढ़े हैं. लेकिन जब यही बच्चे उनसे छीन लिए जाते हैं तो मानों उनकी दुनिया ही उजड़ गई हो.


अपनी स्क्रीन पर आप जो तस्वीर देख रहे हैं उसमें एक शख्स अपने नौं महीने के दो जुड़वा बच्चों को गोद लिए उनकी तरफ देख रहा है. यह तस्वीर सीरिया की और शख्स नाम है अबदेल हमीद अलयूसुफ. मंगलवार को नॉर्थ सीरिया में केमिकल हमला किया गया, जिसमें हमीद ने अपने दो जुड़वा बच्चों आया और अहमद, अपनी पत्नी सहित अन्य रिश्तेदारों को खो दिया. हमीद ने आखिरी बार अपने बच्चों को अलविदा कहा.



सीरिया में हुए इस केमिकल हमले में लगभग 72 लोगों के मारे जाने की खबर है. कई लोगों ने की जिंदगियां छिन गई. इस तस्वीर में हमीद गाड़ी के गेट पर बैठे है और अपने बच्चों को गोद में लिए दिखाई पड़ रहे हैं और इस आखिरी पल को उन्होंने कैमरे में कैद किया. हमीद ने अपने चचेरे भाई अला से गुजारिश की कि वह इस विदाई की घड़ी का वीडियो बनाएं.


एक समाचार एजेंस को हमीद ने बताया, ''जब यह हमला हुआ मैं उनके पास ही था..मैंने अपने बच्चों और पत्नी को घर से बाहर निकाला. कुछ देर तक ये होश में थे लेकिन दस मिनट बाद ही केमिकल के गंघ को सूंघा जा सकता था.'' हमीद की पत्नी दलाल अहमद और उनके बच्चों की हालत बिगड़ गई.


इस घटना के बाद हमीद उन्हें अस्पताल लेकर गए ताकि वे ठीक हो जाएं. मगर ऐसा नहीं हुआ और हमीद ने अपनी आंखों के सामने वह सब कुछ खो दिया जिससे उनकी दुनिया में रौनक थी. इस हमले में हमीद ने अपने दो भाई, दो भतीजे और एक भतीजी को खो दिया. इनके अलावा हमीद के कई दोस्त और पड़ोस के लोग इस हमले की भेंट चढ़ गए.