'सीरिया से असद शासन उखाड़ फेंकना है टारगेट', सीरिया के और शहर पर कब्जा करने के बाद बोले HTS कमांडर
HTS Command Hama: सीरिया में बशर अल-असद के शासन का HTS ने बड़ा झटका दिया है. HTS ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो के बाद सीरिया के स्ट्रैटजिक शहर हमा को भी अपने कब्जे में ले लिया है.
The Goal of Rebel Group HTS: सीरिया में जारी गृह युद्ध के बीच इस्लामिक विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) सीरियाई शासन के एक और प्रमुख शहर हमा को गुरुवार (5 दिसंबर) को अपने कंट्रोल में ले लिया है. इसी बीच HTS के कमांडर अबू मोहम्मद अल-जोलानी ने सीएनएन को दिए इंटरव्यू में अपने लक्ष्य के बारे में बताया.
CNN को दिए विशेष इंटरव्यू में HTS कमांडर जोलानी ने साफ तौर पर कहा, हयात तहरीर अल-शाम (HTS) का एकमात्र लक्ष्य सीरिया की सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति बशर अल-असद के शासन को समाप्त कर देना है. वहीं, जोलानी ने सीरिया में एक ऐसी सरकार बनाने की बात की, जो कि संस्थाओं पर आधारित हो और लोगों के चुने गए एक काउंसिल के माध्यम से उसका संचालन किया जाए.
असद शासन को किसी भी तरह उखाड़ फेंकना है- अल-जोलानी
सीएनएन से एचटीएस कमांडर ने कहा, "जब हम अपने उद्देश्यों की बात करते हैं, तो इसका एक मात्र लक्ष्य सीरिया की शासन को उखाड़ फेंकना है और इसे हासिल करने के लिए उपलब्ध सभी साधनों का इस्तेमाल करना हमारा अधिकार है." उन्होंने आगे कहा, "असद शासन की हार के बीज हमेशा से ही इसके अंदर रहे हैं. ईरान की लोगों ने इस शासन को फिर से जीवित करने की कोशिश की और बाद में रूसी हुकुमत ने भी असद शासन को बनाए रखने की कोशिश की. लेकिन सच्चाई यह है कि यह शासन मरा चुका है."
उल्लेखनीय ने विद्रोही गुट HTS की हमले आश्चर्यजनक रूप से काफी रहे हैं. जिसकी वजह से एचटीएस ने सीरिया के दूसरे सबसे बड़े शहर अलेप्पो पर हमला करके उसपर कब्जा कर लिया. वहीं, अब सीरिया के स्ट्रेटेजिक शहर हमा पर भी कब्जा कर लिया. HTS के अचानक हमले ने सीरिया की बशर अल-असद की शासन और उनके समर्थक देशों को एक जबरदस्त झटका दिया है और सालों से शांत पड़े गृहयुद्ध को फिर से हवा दे दी.
विभिन्न विचारधाराओं से बनी हैं सीरिया की विपक्षी ताकतें
जोलानी ने कहा, “ सीरिया की विपक्षी ताकतें डिसेंट्रलाइज्ड है और अलग-अलग विचारधाराओं से मिलकर बनी हुई है. हालांकि इन सभी ताकतों के असद शासन को उखाड़ फेंकने के लक्ष्य ने इन्हें एकजुट किया है.” जोलानी ने अपने नए ग्रुप को अल-कायदा से अलग करने की कोशिश की है, फिर भी साल 2018 में अमेरिका ने HTS को एक विदेशी आतंकवादी संगठन के रूप में घोषित कर दिया और जोलानी पर 10 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा.
यह भी पढ़ेंः सीरिया में विद्रोहियों के हमले बने इजरायल की चिंता के कारण, रूस नहीं कर पा रहा मदद