सीरिया में तख्तापलट के बाद बिखरा बशर अल असद का परिवार! पत्नी ने तालाक के लिए रूस में डाली अर्जी
बशर अल-असद को मॉस्को में शरण तो मिल गई है, लेकिन वह गंभीर प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं. रूसी अधिकारियों ने उनकी संपत्तियों और वित्तीय संसाधनों को जब्त कर लिया है.
Syria bashar al assad: सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद की सरकार का तख्तापलट हो गया है. इसके बाद से वो अपने परिवार के साथ रूस चले गए थे. हालांकि, इस बीच एक बेहद चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. तुर्किए और अरब मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक बशर अल-असद की पत्नी अस्मा अल-असद ने मॉस्को में अपने जीवन को लेकर असंतोष जाहिर किया है. उन्होंने अपने पति से तलाक के लिए अर्जी दी है और तलाक के बाद लंदन जाने का प्लान बनाया है.
यरूशलम पोस्ट के अनुसार, अस्मा ने रूसी अदालत में तलाक के लिए आवेदन दायर किया है और मॉस्को छोड़ने के लिए विशेष अनुमति मांगी है. फिलहाल, उनके आवेदन की समीक्षा रूसी अधिकारी कर रहे हैं. बीबीसी की रिपोर्ट बताती है कि अस्मा के पास ब्रिटिश और सीरियाई नागरिकता है. उनका जन्म और पालन-पोषण लंदन में हुआ था, और वह वर्ष 2000 में सीरिया चली गईं. उसी साल उन्होंने बशर अल-असद से विवाह किया.
Asma al-Assad, wife of deposed Syrian President Bashar al-Assad has filed for divorce, and is requesting special permission to leave Russia.
— InstructorJohn (O-Ga) (@jej117) December 22, 2024
British born Asma wishes to return to England.
I bet all the hidden bank accounts from his reign are in HER name. pic.twitter.com/4EMKzZxAmp
असद की संपत्तियों पर रूसी कार्रवाई
बशर अल-असद को मॉस्को में शरण तो मिल गई है, लेकिन वह गंभीर प्रतिबंधों का सामना कर रहे हैं. रूसी अधिकारियों ने उनकी संपत्तियों और वित्तीय संसाधनों को जब्त कर लिया है. इन संपत्तियों में 270 किलोग्राम सोना, 2 अरब डॉलर नकद, और मॉस्को में 18 अपार्टमेंट शामिल हैं.
माहेर अल-असद की स्थिति
बशर अल-असद के भाई माहेर अल-असद को रूस में शरण नहीं दी गई है. सऊदी अरब और तुर्की की रिपोर्ट्स के अनुसार, माहेर और उनका परिवार फिलहाल रूस में नजरबंद है. उनके शरण आवेदन की समीक्षा अभी भी जारी है.
विद्रोहियों का नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
सीरिया में दिसंबर की शुरुआत में हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व में विद्रोहियों ने बशर अल-असद की सरकार को उखाड़ फेंका. गौरतलब है कि HTS को अमेरिका एक आतंकी संगठन मानता है. हालांकि, अमेरिका ने HTS के नेता अबू मोहम्मद अल-जुलानी पर रखा गया 10 मिलियन डॉलर का इनाम हटाने का निर्णय लिया है.