Prisoners of Syria Jail were Freed: बशर अल-असद की सत्ता गिराकर सीरिया का शासन फिलहाल इस्लामिक विद्रोहियों ने अपने हाथों में रखी है. विद्रोहियों ने बशर शासन में सीरिया की राजधानी दमिश्क के नजदीक स्थित सादनाया जेल के दरवाजे खोल दिए. इस जेल में हजारों की संख्या में बंद कैदी आजाद हो गए. विद्रोहियों के ओर से सीरिया के जेलों में बंद कैदियों की रिहाई के बाद उनके परिवारवालों में आशा की नई उम्मीद जगी है


वाशिंगटन पोस्ट के रिपोर्ट की मुताबिक, रविवार (8 दिसंबर) को दमिश्क के नजदीक स्थित इस फेस्लिटी में लोगों की अपने परिवारवालों को ढ़ूंढ़ने के दौरान शोर सुनाई दिया, जहां अक्सर सन्नाटा छाया रहता था. असद शासन के गिरने के बाद जेल के सुरक्षा गार्डों ने अपने पदों को खाली कर दिया और यहां तक जेल के दरवाजों को भी खुला छोड़ दिया.


सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरें और वीडियो


सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों में जेल में बंद कैदियों के परिवारवालों देखा जा सकता है. लोग अपने लापता परिवारजनों से मिलने के लिए पूछताछ कर रहे हैं. रविवार (8 दिसंबर) को विद्रोहियों के दमिश्क पर कब्जे के बाद देशभर की जेलों में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने अपने पदों को खाली कर दिया. सीरिया के लोगों को अब 1 लाख लापता कैदियों के बारे में जानकारी का इंतेजार है.


इस दौरान सीरिया में टेलीविजन ब्रोडकास्ट ने सरकार के गुप्त बंदी केंद्रों को भी दिखाया. इन फुटेज में जेल में बंद लोगों को बिना जूतों के और कमजोर हालत में देखा जा सकता है. एमनेस्टी इंटरनेशनल के मुताबिक, सादनाया जेल में कभी एक बार में 20 हजार कैदियों को रखा जाता था. इस कुख्यात जेल को इंसानों का कसाईखाना भी कहा जाता है. पुराने कैदियों ने बताया कि इस जेल में कई मौतों के बारे में भी बताया.






 






HTS ने सादनाया जेल से उत्पीड़न से मुक्ति का किया ऐलान


हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने शनिवार (7 दिसंबर) को होम्स मिलिट्री जेल से 3500 कैदियों की रिहाई की घोषणा की. वहीं रविवार (8 दिसंबर) को उन्होंने सादनाया जेल के उत्पीड़न के अंत की भी घोषणा कर दी, जिसे असद शासन के निर्दयता के लिए जाना जाता था.


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