बेरूत: उत्तरी सीरिया के एक गांव में स्थित मस्जिद पर हुए हवाई हमलों में कम से कम 42 लोग मारे गए और दर्जनों घायल हो गए. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फार ह्यूमन राइट्स के प्रमुख रामी अब्देल रहमान ने यह जानकारी दी.
उन्होंने कहा, ‘‘अज्ञात युद्धक विमानों ने अलेप्पो प्रांत की एक मस्जिद पर शाम की नमाज के वक्त हवाई हमला किया जिसमें 42 लोग, अधिकांश आम नागरिक, मारे गए और सौ से अधिक लोग घायल हो गए.’’ अलेप्पो से 30 किलोमीटर दूर अल जिनेह गांव में मस्जिद के मलबे में अभी भी लोग फंसे हुए हैं.
इस गांव पर विद्रोहियों और इस्लामिक गुटों का कब्जा है, लेकिन कोई जिहादी संगठन यहां नहीं है. ऑब्जर्वेटरी ने बताया कि बचावकर्मी लोगों को मलबे से निकालने के काम में लगे हैं. दर्जनों लोग लापता हैं.
उधर, अमेरिकी सेना ने कहा है कि उसने हवाई हमला उत्तरी सीरिया में अलकायदा के बैठक स्थल पर किया. वह उन रिपोर्ट्स की जांच करेगी जिनमें कहा गया है कि मस्जिद के इस हमले की चपेट में आने से 40 से अधिक नागरिक मारे गए.
अमेरिकी मध्य कमान के प्रवक्ता कर्नल जॉन जे थॉमस ने कहा, ‘‘हमने मस्जिद को निशाना नहीं बनाया बल्कि उस इमारत को निशाना बनाया जिसमें बैठक हुई थी. यह मस्जिद से 15 मीटर दूर है. मस्जिद अभी भी वहां है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिकी बलों ने 16 मार्च को अलकायदा के बैठक स्थान इदलिब में हवाई हमला किया, जिसमें अनेक आतंकवादी मारे गए.’’ हालांकि बाद में प्रवक्ता ने कहा कि अभी हमले के स्थल की सटीक जानकारी नहीं हैं, लेकिन यह वही है जहां अल जिनेह गांव की एक मस्जिद को निशाना बनाने की खबरें आ रहीं हैं.
गांव निवासी अबु मुहम्मद ने कहा, ‘‘नमाज खत्म होने के ठीक बाद तेज धमाके की आवाजें सुनी. मैंने 15 शव और मलबे में पड़े अनेक अंग देखे.’’ 6 वर्ष पहले सरकार के खिलाफ विरोध शुरू होने के बाद से सीरिया में तीन लाख 20 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.