HTS Rebels Attack on Syria: सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को पिछले कुछ वर्षों में अचानक से सामने आई सबसे बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा है. चार सालों के अस्थिर गतिरोध के बाद अलेप्पो कुछ ही दिनों में तुर्की समर्थित एचटीएस विद्रोहियों के हाथों गिर गया. पिछले हफ्ते अल-कायदा से अलग हुआ एक गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) ने अचानक से अलेप्पो पर हमला किया और उस पर कब्जा कर लिया. इसके बाद अब वे अपने अगले लक्ष्य हमा की ओर बढ़ रहे हैं.
अलेप्पो में लड़ाई के दौरान 300 से अधिक विद्रोही मारे गए लेकिन इसके बावजूद विद्रोंहियों का हमला जारी है. एचटीएस विद्रोहियों ने सीरियाई सेना के पीछे हटने के दौरान अपने कब्जे में लिए हुए सेना के हेलिकॉप्टर को उड़ाना शुरू किया है. अलेप्पो के बाद दमिश्क को संकट में देखते हुए सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद मॉस्को पहुंचे हैं.
रूस ने 10 साल पहले सीरिया के पक्ष में पलटी थी स्थिति
सीरिया के गृहयुद्ध में 10 साल पहले की रूस की दखलअंदाजी ने बशर अल-असद के पक्ष में स्थिति पलट दी थी लेकिन वर्तमान समय से बशर अल-असद के दो प्रमुख सहयोगी रूस और ईरान अपने देश की परेशानियों में उलझे हुए हैं, जहां एक तरफ व्लादिमीर पुतिन का यूक्रेन पर आक्रमण रूस के संसाधनों को खा रहा है. वहीं, ईरान अपने पड़ोसी लेबनान में हिजबुल्लाह पर इजरायल के लगातार हमलों के कारण कमजोर हुआ है.
सीरिया की मदद की कोशिश में लगा ईरान
दो सीरियाई सेना के सूत्रों के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा कि ईरान किसी भी हालत में सीरिया की मदद करने की कोशिश कर रहा है. इसके लिए वह ईरान समर्थित मिलिशिया को इराक के रास्ते रातों-रात सीरिया में प्रवेश करा रहा है. ईरान से निकली मिलिशिया सीरिया के उत्तरी हिस्सों की ओर बढ़ रहे हैं. जहां वे विद्रोहियों से लड़ रहे सीरियाई सेना की मदद करने के लिए भेजे गए हैं.
वहीं, दूसरी ओर सीरियाई सेना के एक वरिष्ठ सूत्र ने रॉयटर्स को बताया कि इराक के कई ईरान-समर्थित हशद अल-शाबी के लड़ाके भी अल-बुकमल सीमा पार करके सीरिया में दाखिल हो गए हैं. सीरियाई अधिकारी ने कहा, "ये फ्रेस रिइंफोर्समेंट हमारे साथियों की मदद के लिए उत्तरी मोर्चे पर भेजे गए हैं." उन्होंने यह भी बताया कि इन मिलिशिया में इराक के कातिब हिजबुल्लाह और फातेमियून समूह भी शामिल हैं.
सीरियाई राष्ट्रपति ने सहयोगियों के समर्थन पर दिया जोर
ओकलाहोमा विश्वविद्यालय के मध्य पूर्व अध्ययन केंद्र के निदेशक जोशुआ लैंडिस ने अल जज़ीरा के साथ एक साक्षात्कार में कहा, "बशर अल-असद अब संकट की स्थिति में हैं और अपने पुराने सहयोगियों के साथ बैठकें कर रहे हैं. एक ईरानी दूत से मुलाकात के बाद सीरियाई राष्ट्रपति ने “विदेशी समर्थित आतंकवादी हमलों का सामना करने में सहयोगियों और दोस्तों का समर्थन महत्वपूर्ण है” पर जोर दिया.