Syria-Turkey Earthquake: हॉस्पिटल में बैठने की जगह बनी मुर्दाघर, सीरिया के डॉक्टर ने कहा- 'युद्ध से भी भयानक स्थिति, हर रोज 500...'
Syria-Turkey Earthquake: सीरिया में एक शख्स ने याद करते हुए कहा कि गोलीबारी और हवाई बमबारी से इलाज के लिए आने वाले मामले एक के बाद छोटे होते गए, लेकिन भूकंप की वजह से हर दिन 500 पीड़ितों को आते हैं.
Syria-Turkey Earthquake: सीरिया (Syria) में अलेप्पो के डॉक्टर मोहम्मद ज़िटौन ने सीरियाई युद्ध में घायलों का इलाज करने में सालों बिताए हैं, लेकिन तुर्की और सीरिया में सोमवार (6 फरवरी) को आए विनाशकारी भूकंपों के बाद घायलों की संख्या और उनकी चोटों को उस दौर से ज्यादा गंभीर बताया. अलेप्पो के 34 वर्षीय सर्जन ने कहा, "यह एक बड़ी आपदा है. मैं गोलाबारी के दौरान जिंदा रहा और नरसंहार से बच गया. यह पूरी तरह से अलग और भयानक है."
सीरिया के बॉर्डर से तुर्की तक भूकंप के निशान हैं. उत्तर-पश्चिम सीरिया में एक हॉस्पिटल ऐसे इलाके में है, जहां संघर्ष के दौरान रूसी और सीरियाई बमबारी में हजारों लोग मारे गए थे.
सर्जन ने कहा, "मरीजों की पहली विशाल संख्या के सामने मेडिकल टीम बहुत कम साबित हुई." आउट पेशेंट क्लिनिक को एक वॉर्ड में बदल दिया गया है और पीड़ितों और निराश परिवार के सदस्यों से पूरा एक कमरा भरा हुआ है.
हर दिन 500 पीड़ितों को आते है
ज़िटौन ने कहा कि गोलीबारी और हवाई बमबारी से घायल होने वालों का इलाज के लिए आना धीरे-धीरे कम हो गया, लेकिन भूकंप की वजह से हर दिन 500 पीड़ित यहां आ रहे हैे. इसके लिए दर्जनों ऑपरेशन की जरूरत है. सिर की चोटों, कई फ्रैक्चर, रीढ़ की हड्डी टूटने, अंगों के फेल होने और कुचलने की गंभीर चोटों के साथ हॉस्पिटल लाए गए लोगों का इलाज करने के लिए डॉक्टरों की टीम लगी हुई है. उन्होंने कहा, "घायलों में से कई एक या दो घंटे के भीतर ट्रॉमा शॉक, हार्ट अटैक या ज्यादा खून बहने की वजह से मर जाते हैं, खासकर तब जब मौसम ठंडा होता है और वे ग्यारह या बारह घंटे तक मलबे के नीचे दबे रह जाते हैं.
आंगनों को अस्थाई मुर्दाघर में बदल दिया गया
सीरिया में भूकंप की वजह से तबाह हुए इलाकों के कुछ हॉस्पिटल्स के आंगनों को अस्थाई मुर्दाघर में बदल दिया गया है. यहां मृतकों को कतारों में रखा जाता है और लोग अपने रिश्तेदारों की तलाश करते हैं और उन्हें दफनाने के लिए ले जाते हैं. भूकंप ने परिवार के परिवार और मोहल्लों को मिटा दिया है.
अलेप्पो के पास के शहर बेसनया में 150 परिवारों की मौत हो गई और जंडारिस शहर में 89 से अधिक इमारतें ढह गईं और सैकड़ों लोग मारे गए. ज़िटौन ने कहा कि तुर्की की सीमा बंद होने के कारण हॉस्पिटल की आपातकालीन टीमों में एंटीबायोटिक्स, सर्जिकल सप्लाई, ब्लड बैग, बैंडेज और ड्रिप ख़त्म हो रहे हैं.