HTS Commander Abu Mohammed Al-Jolani : 42 वर्षीय अबू मोहम्मद अल-जोलानी उस विद्रोही गुट हयात तहरीर अल-शाम (HTS) का कमांडर है, जिसके नेतृत्व में सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का तख्तापलट हो गया और उन्हें देश छोड़कर भागना पड़ा. कहा जाता है कि मोहम्मद अल-जोलानी अपने कट्टरपंथी अतीत से दूर करके दुनिया के सामने खुद को एक मॉडरेट व्यक्ति के रूप में पेश करने के लिए सालों तक काम किया है.


सीरिया में जारी गृहयुद्ध में और असद शासन के तख्तापलट में भूमिका के लिए जाने जाने वाले अबू मोहम्मद अल-गोलानी ने खुद को अल-कायदा से जुड़े एक जिहादी नेता से बदलते हुए एक ऐसे नेता के रूप में स्थापित किया है जो बहुलवाद और राष्ट्र निर्माण की बात कर रहा है.


असद शासन के पतन में HTS की महत्वपूर्ण भूमिका


विद्रोही नेता अबू मोहम्मद अल-गोलानी का विद्रोही ग्रुप हयात तहरीर अल-शाम (HTS) उस विद्रोह का एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है जिसने रविवार (8 दिसंबर) को दमिश्क का पतन करवा दिया और सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को छिपने के लिए मजबूर कर दिया. हालांकि असद शासन का पांच दशकों से अधिक समय बाद पतन सीरिया के भविष्य को लेकर सवाल खड़े कर रहा है, जिसमें कई जातीय और धार्मिक समूह सुन्नी इस्लामी कट्टरपंथियों को लेकर चिंतित हैं.


दमिश्क के तख्तापलट के बाद से अल-गोलानी सार्वजनिक ध्यान से बाहर रहे हैं, हालांकि इसमें उनके प्रभाव को भी नकारा नहीं जा सकता. जोलानी का विद्रोही ग्रुप HTS पहले अल-कायदा के नुसरा फ्रंट का हिस्सा था, जो सालों तक अपने विरोधियों को खत्म करके और सीरिया के उत्तर-पश्चिमी इदलिब प्रांत में कंट्रोल करके ताकतवर हो गया है. वहीं, अब जोलानी ने एक डी फैक्टो सरकार बनाई, जिसमें स्थानीय जनजातियों और समुदायों से समर्थन जुटाया और अपने पहले के कठोर उग्रवादी रूप को पीछे छोड़ते हुए एक नए रूप में खुद को पेश किया.


खत्म हो सकता है विद्रोही ग्रुप


CNN को हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में अल-गोलानी ने सीरिया के लिए समावेशी संस्थाओं के निर्माण के महत्व पर बात की है. उन्होंने यहां तक संकेत दिया कि असद के पतन के बाद अब उनका विद्रोही ग्रुप भी खत्म हो सकता है. उन्होंने साक्षात्कार में कहा, "सीरिया को एक ऐसे सिस्टम की जरूरत है जहां निर्णय संस्थाओं की ओर से लिए जाएं, न कि सिर्फ किसी एक नेता की ओर से."


यह भी पढेंः रहस्यमयी तरीके से गायब हुआ बशर अल-असद का विमान! सीरिया से भागते समय मौत के हो रहे दावे