Taiwan-China Conflict: ताइवान और चीन में एक बार फ‍िर तनाव बढ़ने लगा है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने बृहस्‍प‍त‍िवार को दावा किया कि 26 अक्टूबर की सुबह उसकी हवाई सीमा में 15 चीनी विमानों ने प्रवेश किया. इनमें लड़ाकू जेट और ड्रोन भी शामिल थे.  


समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ताइवान ने आरोप लगाया कि ये सभी विमान चीनी युद्धपोतों के साथ तैयारी के ल‍िए 'गश्त' और 'अभ्यास' कर रहे थे. इससे पहले चीन ने कई बार ताइवान के हवाई क्षेत्र में अपने लड़ाकू विमानों को भेजा है.


रक्षा मंत्रालय ने बयान में कहा है कि बीजिंग की तरफ से लगातार ताइवान में तनाव बढ़ाने का काम किया जा रहा है. इससे क्षेत्रीय सुरक्षा के हालात और खराब हो सकते हैं.


चीन ने सितंबर माह में भी की थी घुसपैठ 


गौरतलब है कि इससे पहले सितंबर में भी चीन ने ताइवान के हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की थी. तब ताइवान के राष्‍ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि 17 और 18 सितंबर की सुबह  103 चीनी लड़ाकू विमान ताइवान जलडमरूमध्य और ताइवान क्षेत्र के आसपास घूमते नजर आए. ऐसे में चीन किसी बड़ी साजिश को अंजाम दे सकता है. 


'चीनी सेना के इस तरह के इस्‍तेमाल से स्‍थ‍ित‍ि चिंताजनक'  


ताइवान का कहना है कि बीजिंग की ओर से लगातार चीनी सेना के इस तरह के इस्‍तेमाल से देश में चिंता के स्‍थ‍ित‍ि बनी हुई है. साथ ही सुरक्षा के ल‍िहाज से भी यह बहुत बड़ा खतरा माना जा रहा है.


बता दें कि ताइवान, जिस पर चीन अपना क्षेत्र होने का दावा करता है, उसने पिछले 4 सालों में द्वीप के आसपास चीनी सैन्य गतिविधि की बार-बार शिकायत की है. 


क्या है चीन ताइवान विवाद 


ताइवान खुद को संप्रभु राष्ट्र मानता है. उसका अपना संविधान है. ताइवान में लोगों की ओर से चुनी सरकार काम कर रही है. वहीं, चीन की कम्युनिस्ट सरकार ताइवान को अपने देश का हिस्सा बताती है.


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