Taiwan China War: चीन के साथ चल रहे तनाव के बीच ताइवान की राष्ट्रपति साइ इंग वेन सुआव नौसैनिक बेस पहुंचीं हैं. इस बेस पर मौजूद नौसेना के अधिकारियों और फौजियों के साथ समय बिताने और भोजन करने के साथ ही राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने उनका शुक्रिया भी अदा किया. राष्ट्रपति कार्यालय के मुताबिक उन्होंने अपने भाषण में कहा, "कुछ समय पहले, ताइवान के जल क्षेत्र के बाहर चीन की तरफ से उकसावे वाली और तनाव बढ़ाने वाली कार्रवाई सामने आई. हमारी नौसेना ने अटूट साहस दिखाया और इसका शांति से जवाब दिया."


राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने क्या कहा?
राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने कहा, "आज रात, मैं अपना सर्वोच्च सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए यिलान में सुआओ नेवल बेस पहुंची थी. सेना के अपने भाइयों और बहनों के साथ भोजन भी किया. इस दौरान मैंने कमांडरों के साथ हाल के मिशन पर भी चर्चा की. तनाव की इस अवधि के दौरान, ताइवान के कुल 9 प्रथम श्रेणी के जहाजों और 3 द्वितीय श्रेणी के जहाजों ने बंदरगाह छोड़ा था. इस दौरान 2,800 से अधिक सैनिकों को मिशन पर भेजा गया. मिशन का समय लंबा हो जाने के बावजूद बेस पर मौजूद अधिकारी और सैनिक अभी भी बंदरगाह छोड़ने और किसी भी समय ताइवान के जल क्षेत्र की रक्षा के लिए तैयार हैं."


Russia-Ukraine: युद्ध को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा- बिना रूसी सैनिकों की वापसी के शांति संभव नहीं


दुश्मन की हलचल पर नजर रखना जरूरी
राष्ट्रपति साइ इंग वेन ने आगे कहा, "दुश्मन के जहाजों की हलचल पर हर समय नजर रखना जरूरी है. इस काम का हमारे सैनिकों के कंधों पर मौजूद दबाव काफी बड़ा है. ताइवान भी नौसेना के जहाज की तरह है. कभी-कभी अप्रत्याशित हवाओं और लहरों का सामना करना पड़ता है. मगर जैसे जहाज पर जब तक साथी एकजुट होते हैं, आगे की तमाम चुनौतियों को दूर किया जा सकता है. सो, जब तक हमारी सेना है, हम सुरक्षित रहेंगे.


Gotabaya Rajapaksa: अमेरिका में बसने की तैयारी, श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने ग्रीन कार्ड के लिए किया अप्लाई