Taiwan Local Elections: ताइवान में आज शनिवार 26 नवंबर को स्थानीय चुनावों के लिए मतदान हो रहा है. चुनाव के जरिए ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन (Tsai Ing-wen) ने चीन की बढ़ती शत्रुता के सामने अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए द्वीप के दृढ़ संकल्प को दिखाया है. वे सीधे तौर पर चीन को संदेश देना चाहते हैं. हालांकि, यह काफी सामान्य बात है कि शहर के महापौरों, काउंटी प्रमुखों और स्थानीय पार्षदों के लिए स्थानीय चुनाव घरेलू मुद्दों जैसे कि COVID-19 महामारी और अपराध के बारे में है और जनप्रतिनिधि चीन की नीति पर कोई सीधा बयान नहीं दे रहे हैं.


हालांकि, ताइवान की राष्ट्रपति त्साई ने इन चुनावों को स्थानीय मतदान से काफी अधिक के रूप में दिखाने की कोशिश की है. उन्होंने कहा है कि दुनिया देख रही है कि चीन के साथ सैन्य तनाव के बीच ताइवान अपने लोकतंत्र की रक्षा कैसे करता है. बता दें कि चीन ने तत्कालीन यूएस हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइपे यात्रा पर अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए अगस्त में ताइवान के पास युद्धाभ्यास किया था और अभी भी कई मोर्चों पर उसकी सैन्य गतिविधियां जारी हैं.


अगर बात ताइवान के चुनावों की करें तो यहां की मुख्य विपक्षी पार्टी कुओमिन्तांग या केएमटी ने 2018 के स्थानीय चुनावों में जीत हासिल की थी और उन्होंने त्साई और डीपीपी पर चीन के साथ अत्यधिक टकराव का आरोप लगाया था. केएमटी परंपरागत रूप से चीन के साथ घनिष्ठ संबंधों की पक्षधर है, लेकिन बीजिंग समर्थक होने से दृढ़ता से इनकार करती है.


ताइवान पर शी जिनपिंग ने क्या कहा था?


उल्लेखनीय है कि ताइवान में स्थानीय चुनाव चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं कांग्रेस की समाप्ति के एक महीने बाद हो रहा है. 20वीं कांग्रेस में राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल पर मुहर लगाई गई थी. उस दौरान शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने ताइवान को लेकर अपनी नीति स्पष्ट कर दी थी. उन्होंने कहा था कि चीन, ताइवान के मुद्दे पर किसी भी हद तक जाने को तैयार है और वो किसी भी बाहरी ताकत को ताइवान में बर्दाश्त नहीं करेगा.


ताइवान के स्थानीय चुनाव के समीकरण


त्साई और डीपीपी ने 2018 के स्थानीय चुनावों में झटके के बावजूद 2020 में केएमटी को भारी बहुमत से हराया था. कार्यालय में उनका दूसरा कार्यकाल 2024 में समाप्त हो रहा है और कार्यकाल की सीमाओं के कारण वह फिर से राष्ट्रपति के रूप में नहीं खड़ी हो सकती हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों पार्टियों ने अपने प्रयासों को अमीर और आबादी वाले उत्तरी ताइवान, विशेष रूप से राजधानी ताइपे पर केंद्रित किया है, जिसका वर्तमान महापौर, दो कार्यकाल के बाद फिर से खड़ा नहीं हो सकता है.


किसी त्योहार से कम नहीं ताइवान के चुनाव


ताइवान के चुनावों को काफी रंगीन माना जाता है. चुनाव के दौरान  उम्मीदवार ट्रकों और एसयूवी के ऊपर अपने जिलों का दौरा करते हैं. सड़कों पर तेज आवाज में संगीत बजाया जाता है और हर तरफ राजनीतिक दलों के झंडे ही नजर आते हैं. मतदान की उम्र में 20 से घटाकर 18 कर दी गई है. माना जा रहा है कि स्थानीय चुनाव के नतीजे शनिवार शाम तक स्पष्ट हो जाएंगे.


ये भी पढ़ें- Russia Ukraine War: खेरसॉन में मिली हार से बौखलाया रूस, रॉकेट हमले में 15 लोगों की मौत- यूक्रेन के 60 लाख घरों में छाया अंधेरा