Taiwan China Conflict: चीन की धमकियों के बीच दूसरे देशों के साथ जुड़ेगा ताइवान, जानें राष्ट्रपति ने क्या कहा
Taiwan: चीन और ताइवान के बीच अभी भी हालात जस के तस बने हुए हैं. हालात सामान्य नहीं हो रहे हैं और इसी बीच ताइवान ने दुनिया के अन्य देशों के साथ जुड़ने का संकल्प लिया है.
Taiwan President Tsai Ing Wen: ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने शुक्रवार को बीजिंग (Beijing) की धमकियों के बावजूद दुनिया के दूसरे देशों के साथ जुड़ने का संकल्प लिया. साई ने 26वें फोरम 2000 सम्मेलन के समापन पर दिए अपने वीडियो भाषण में कहा, "मैं इस बात पर जोर देना चाहती हूं कि न तो धमकी और न ही जबरदस्ती ताइवान (Taiwan) को दुनिया के साथ जुड़ने से रोक सकती है.''
राष्ट्रपति ने कहा, "ताइवान और उसके लोग उन क्षेत्रों में लोकतंत्र के साथ सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार हैं जहां हम मददगार हो सकते हैं." अपने भाषण में, साई ने फोरम 2000 फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक जैकब क्लेपाल और संगठन में उनके सहयोगियों को ताइवान के लोकतंत्र के लिए उनके कट्टर समर्थन के लिए धन्यवाद दिया.
साई के अनुसार, पिछले महीने जब बीजिंग ने ताइवान फाउंडेशन फॉर डेमोक्रेसी के खिलाफ "दंडात्मक उपायों" की घोषणा की, एक सरकार से संबद्ध संगठन, फोरम 2000 फाउंडेशन ने ताइवान में मानवाधिकारों और स्वतंत्रता पर हमलों को तेज करने के लिए चीन की निंदा की.
रूस-यूक्रेन युद्ध पर क्या बोलीं राष्ट्रपति?
ताइवान की राष्ट्रपति ने यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) के आक्रमण के कारण इस वर्ष के सम्मेलन की तारीख को अक्टूबर से आगे बढ़ाने के लिए फाउंडेशन की सराहना की. उन्होंने कहा, "लोकतांत्रिकों को सत्तावाद के पुनरुत्थान का मुकाबला करने और इस तेजी से चुनौतीपूर्ण माहौल में लोकतंत्रों को अधिक लचीला बनाने के लिए एक साथ आने की सख्त जरूरत है."
साई ने अपने मित्र देशों का आभार व्यक्ति किया
राष्ट्रपति ने कहा पूरे यूरोप (Europe) से ताइवान के दोस्तों, विशेष रूप से लिथुआनिया, स्लोवाकिया, चेक गणराज्य और पोलैंड का आभार व्यक्त करती हूं. साई इंग वेन ने कहा, "ताइवान के लोग आपकी दया को कभी नहीं भूलेंगे और समय आने पर हम इस उदारता को वापस भी लौटाएंगे."
ताइवान के विदेश मंत्री ने क्या बोला
इस बीच, ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने भी यूक्रेन पर आक्रमण के बाद ताइवान की रक्षा के बारे में सम्मेलन में एक पैनल चर्चा में बात की. मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक समाचार विज्ञप्ति के अनुसार, वू ने कहा कि रूस के यूक्रेन पर आक्रमण से दुनिया ने एक सबक सीखा है कि अगर देश के पास पर्याप्त सैन्य शक्ति नहीं है तो वह सत्तावादी शासन के हमले को नहीं रोक पाएगा.
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