China-Taiwan Tension: चीन (China) के साथ ताइवान (Taiwan) का तनाव जारी है. चीन लगातार सैन्य अभ्यास (Military Exercises) कर रहा है. भारत (India) भी हाल के घटनाक्रमों से चिंतित है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची (Arindam Bagchi) ने 12 अगस्त को कहा, 'भारत ने ताइवान जल क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचना चाहिए'. साथ ही क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयास किए जाने चाहिए. ताइवान ने इस प्रतिक्रियां पर भारत का धन्यवाद किया है. ताइवान ने रविवार (14 अगस्त) को कहा, वह भारत समेत सभी समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगा, ताकि संयुक्त रूप से नियम-आधारित (Rule-Based) अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और सुरक्षा की रक्षा की जा सके.


ताइवान ने कहा, वह दुनिया भर के देशों के साथ दोस्त बनाने और संबंध बनाए रखने का हकदार है. इसमें कहा गया है कि हाल ही में ताइवान पर लक्ष्य बनाकर कई प्रकार के सैन्य रुख के चीन के जानबूझकर उग्र होने से ताइवान जल क्षेत्र में शांति और स्थिरता प्रभावित हुई है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'आरओसी (ताइवान) की सरकार भारत समेत 50 से अधिक देशों की कार्यकारी शाखाओं और सांसदों के प्रति आभार व्यक्त करना चाहती है, जिन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने, तनाव कम करने, यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने की अपील की है. 


ताइवान के सपोर्ट में भारत समेत ये देश  
ताइवान की सरकार अमेरिका, जापान और भारत समेत अन्य सभी समान विचारधारा वाले देशों के साथ घनिष्ठ कम्युनिकेशन और समन्वय बनाए रखते हुए अपनी आत्मरक्षा क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखेगी, ताकि संयुक्त रूप से नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को बनाए रखा जा सके और सुरक्षा की रक्षा की जा सके. ताइवान हिंद-प्रशांत में शांति, स्थिरता और समृद्धि को मजबूत करता है.


चीन ताइवान को लेकर अपना दावा फिर दोहराया
इस हफ्ते की शुरुआत में चीन ने स्व-शासित द्वीप पर अपने दावों को दोहराते हुए ताइवान और नए युग में चीन का पुनर्मिलन शीर्षक से एक श्वेत पत्र जारी किया.
चीनी राज्य मीडिया ने कहा, श्वेत पत्र राष्ट्रीय पुनर्मिलन के लिए देश के संकल्प को प्रदर्शित करता है. श्वेत पत्र में कहा गया है कि चीनी समुदाय पार्टी (CCP) ताइवान के मुद्दे को हल करने और चीन के पूर्ण एकीकरण को साकार करने के ऐतिहासिक मिशन के लिए प्रतिबद्ध है.


भारत ने ताइवान को लेकर क्या कहा, जानिए
दरअसल, मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार (12 अगस्त) को कहा, 'भारत ताइवान में यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने की अपील करता है.' साथ ही कई अन्य देशों की तरह भारत भी हाल के घटनाक्रमों से चिंतित है. हम संयम बरतने यथास्थिति को बदलने के लिए एकतरफा कार्रवाई से बचने, तनाव को कम करने और क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के प्रयासों की अपील करते हैं.'


चीन-ताइवान तनाव क्यों बढ़ा, जानिए
बता दें कि अमेरिका हाउस स्पीकर (US House Speaker) नैन्सी पेलोसी (Nancy Pelosi) ने हाल ही में ताइवान का दौरा किया था. जिसके बाद से चीन और अमेरिका के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ गया है. चीन ने अमेरिका पर अंतरराष्ट्रीय समझौते का उल्लघंन करने का आरोप लगाया. साथ ही नैंसी पेलोसी पर प्रतिबंध भी लगा दिया है. अमेरिका हाउस स्पीकर के दौरे के बाद से ही चीन ताइवान (Taiwan) के पास लगातार सैन्य अभ्यास (Chinese Military Exercise) कर रहा है. चीन ने पहले रुटीन अभ्यास बताया, लेकिन ताइवान का आरोप है कि उसके सैन्य अभ्यास (Military Exercise) के तरीक से लगता है कि चीन युद्ध की तैयारी कर रही है.


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