Taliban: तालिबान ने फिर दिखाया अफगानिस्तान में अपना खौफनाक रूप, भीड़ जुटाकर दी गई मौत की सजा
Afghanistan News: 1990 में जब तालिबान ने पहली बार अफगानिस्तान में कब्जा किया था, उस वक्त भी तालिबानी अदालत अपराध के दोषी को सार्वजनिक रूप से मौत की सजा, कोड़े मारने और पत्थर मारने का आदेश देती थी.
Afghanistan: तालिबान प्रशासन ने आज पश्चिमी अफगानिस्तान में हत्या के आरोपी एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया. तालिबान के अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि हत्या के एक दोषी को फांसी की सजा दी गई है. तालिबान सरकार के शीर्ष प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद के अनुसार, पश्चिमी फराह प्रांत में सैकड़ों दर्शकों और प्रांत सहित तालिबान के कई शीर्ष अधिकारियों के सामने फांसी दी गई.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पश्चिमी फराह प्रांत में 2017 में एक अन्य व्यक्ति की चाकू मारकर हत्या करने के आरोपी व्यक्ति को फांसी दी गई. इस दौरान वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे. इस फांसी की सजा ने साफ संकेत दिया है कि तालिबान सख्त नीतियों और इस्लामी कानून से कोई समझौता नहीं करेगा.
इस जुर्म के लिए दी गई फांसी
मुजाहिद ने कहा सजा का निर्णय बहुत ही सावधानी से लिया गया था. देश की तीन सर्वोच्च अदालतों और तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हैबतुल्ला अखुंदज़ादा के अनुमोदन के बाद फांसी की सजा दी गई. उन्होंने बताया कि जिस व्यक्ति को फांसी दी गई है वो हेरात प्रांत का रहने वाला था और उसका नाम ताजमीर था. हेरात प्रांत का रहने वाला तजमीर को पांच साल पहले मुस्तफा नामक एक व्यक्ति की हत्या कर उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल की चोरी करने के आरोप में दोषी करार दिया गया.
1990 में जब तालिबान ने पहली बार अफगानिस्तान में कब्जा किया था, उस वक्त भी तालिबानी अदालत अपराध के दोषी को सार्वजनिक रूप से मौत की सजा, कोड़े मारने और पत्थर मारने का आदेश देती थी. हालांकि अगस्त 2021 में जब तालिबान ने दुबारा अफगानिस्तान पर कब्जा किया तो वादा किया था कि वो नागरिकों के प्रति उदार रहेगा और महिलाओं और अल्पसंख्यक अधिकारों की अनुमति देगा.
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