Taliban Govt: काबुल में सरकार गठन के लिए बड़ा समारोह करने की तैयारी कर रहा है तालिबान, 6 देशों को भेजा न्योता
पहले ऐसी खबर आ रही थी कि तालिबान की सरकार के गठन में पाकिस्तान खुलकर दखलंदाजी कर रहा है. ISI की वजह से तालिबान और पाकिस्तान परस्त हक्कानी नेटवर्क में फूट पड़ गयी.
काबुल: अफगानिस्तान में तालिबान अब जल्द ही सत्ता संभालेगा. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में तालिबान सरकार गठन के लिए बड़ा समारोह करने की तैयारी कर रहा है. इस समारोह में शामिल होने के लिए तालिबान ने छह देशों को न्योता भी भेजा है. ये छह देश हैं- पाकिस्तान, तुर्की, कतर, रूस, चीन और ईरान.
तालिबान ने ये न्योता तब भेजा, जब अफगानिस्तान के आखिरी प्रांत पंजशीर को कब्जे में लेने का दावा किया. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि पंजशीर अब तालिबान लड़ाकों के नियंत्रण में है. इलाके में मौजूद चश्मदीदों ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर बताया कि हजारों तालिबान लड़ाकों ने रातों-रात पंजशीर के आठ जिलों पर कब्जा कर लिया. तालिबान विरोधी लड़ाकों का नेतृत्व पूर्व उपराष्ट्रपति और तालिबान विरोधी अहमद शाह मसूद के बेटे ने किया था, जो अमेरिका में 9/11 के हमलों से कुछ दिन पहले मारे गए थे.
पहले ऐसी खबर आ रही थी कि तालिबान की सरकार के गठन में पाकिस्तान खुलकर दखलंदाजी कर रहा है. खबर तो ये भी है कि ISI की वजह से तालिबान और पाकिस्तान परस्त हक्कानी नेटवर्क में फूट पड़ गयी है, जिसके बाद ISI चीफ इसे सुलझाने के लिए काबुल पहुंचे. पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के चीफ जनरल फैज के काबुल पहुंचने के पीछे भी यही वजह है, तालिबान और हक्कानी में बन नहीं रही है. पाकिस्तान किसी भी कीमत पर चाहता है कि अफगानिस्तान की नयी सरकार में हक्कानी गुट मजबूत स्थिति में रहे, जबकि तालिबान का एक धड़ा ऐसा नहीं होने देना चाहता है.
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