Mullah Omar Grave: तालिबान ने 9 साल तक गुप्त रखी संस्थापक मुल्ला उमर की कब्र की जानकारी, अब किया खुलासा
Mullah Omar: तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बताया कि मुल्ला उमर की कब्र जाबुल प्रांत के सूरी जिले में ओमरजो के पास है. वह उनकी कब्रगाह पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे.
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Mullah Omar Burial Place: तालिबान ने अफगानिस्तान (Afghanistan) पर कब्जा करने के बाद अपने संगठन के संस्थापक मुल्ला उमर (Mullah Omar) की कब्र को लेकर रविवार (5 नवंबर) को बड़ा खुलासा किया है. तालिबान ने मुल्ला उमर की मौत के बाद कई सालों तक उसकी कब्र और मौत की खबर को गुप्त रखा था. अब तालिबान ने मुल्ला उमर की कब्र को लेकर अपनी चुप्पी तोड़ी है. हालांकि, तालिबान ने अप्रैल 2015 में यह स्वीकार कर लिया था कि उसके संस्थापक मुल्ला उमर की मौत दो साल पहले हुई है, लेकिन वह कब्र की जगह को लेकर चुप्पी साध लेता था.
दरअसल, 2001 में अमेरिका के नेतृत्व वाले आक्रमण में तालिबान को सत्ता से बाहर कर दिए जाने के बाद से मुल्ला उमर की सेहत और ठिकानों को लेकर तरह-तरह की अफवाहें उड़ती रहीं हैं. तालिबान ने अप्रैल 2015 में स्वीकार किया कि दो साल पहले मुल्ला उमर की मौत हो गई थी.
क्यों छिपाई गई कब्र की सूचना
अब तालिबान ने अपने संस्थापक मुल्ला उमर की कब्र को लेकर खुलासा किया है. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने रविवार (6 नवंबर) को एएफपी को बताया कि मुल्ला उमर की कब्र जाबुल प्रांत के सूरी जिले में ओमरजो के पास है. वह उनकी कब्रगाह पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए थे. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि चूंकि बहुत सारे दुश्मन आसपास थे और देश पर कब्जा कर लिया गया था, मकबरे को नुकसान से बचाने के लिए इसे गुप्त रखा गया था. केवल करीबी परिवार के सदस्यों को ही जगह के बारे में पता था.
अधिकारियों की ओर से जारी की गई तस्वीरों में दिखाया गया है कि तालिबान नेता एक साधारण सफेद ईंट के मकबरे के चारों ओर इकट्ठा हुए थे, जो बजरी से ढका हुआ था और हरे धातु के पिंजरे में बंद था. मुजाहिद ने कहा कि अब फैसला हो गया है. लोगों को मकबरे पर जाने में कोई दिक्कत नहीं है.
मसूद के मकबरे में तोड़फोड़ की सूचना
मुल्ला मसूद की कब्र को लेकर यह जानकारी तालिबान के अधिकारियों की ओर से जारी उन रिपोर्टों खंडन करने के एक दिन बाद आई है. रिपोर्ट में पंजशीर घाटी के मकबरे को तोड़े जाने का दावा किया गया था. तालिबानी प्रवक्ता मुजाहिद ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा कि अगर यह सच है तो दोषियों को सजा दी जाएगी.
मुजाहिद ने कहा कि मुल्ला उमर का मकबरा एक भव्य ग्रेनाइट और संगमरमर के मकबरे में है. यह पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से तालिबान लड़ाकों की सुरक्षा में है. मुजाहिद ने संवाददाताओं से कहा कि किसी को भी मृतकों का अपमान करने का अधिकार नहीं है.
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