अफगानिस्तान में तालिबान के निशाने पर सिख समुदाय, ऐतिहासिक गुरुद्वारे से हटाया निशान साहिब, भारत सरकार ने की आलोचना
Taliban remove Nishan Sahib: तस्वीरों में यह साफतौर पर देखा जा सकता है कि निशान साहिब को पकतिया प्रांत के चमकनी इलाके में गुरुद्वारा थाला साहिब की छत से उतार दिया गया है.
Taliban remove Nishan Sahib: अफगानिस्तान में किस तरह तालिबान के निशाने पर सिख समुदाय आ गए हैं इसका एक नजारा पूर्वी अफगानिस्तान के पकतिया प्रांत में देखने को मिल हैं. यहां के चमकानी इलाके के एक गुरुद्वारा थाला साहिब की छत से तालिबान ने सिखों के पवित्र ध्वज निशान साहिब को उतरवा दिया है. सोशल मीडिया पर लगातार किए जा रहे ट्वीट में तस्वीरों में यह साफतौर पर देखा जा सकता है कि निशान साहिब को पकतिया प्रांत के चमकनी इलाके में गुरुद्वारा थाला साहिब की छत से उतार दिया गया है.
इधर, भारत सरकार ने इस घटना की शुक्रवार को कड़ी आलोचना की है. समाचार एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सरकार ने कहा- हमने निशान साहिब को लेकर मीडिया रिपोर्ट्स देखी है. सरकार ने कहा कि हम इस घटना की कड़ी आलोचना करते हैं और भारत ऐसा मानता है कि अफगानिस्तान का भविष्य ऐसा होना चाहिए जहां पर महिलाओं और बच्चों समेत सभी वर्गों के हित सुरक्षित रह पाए.
We have seen media reports on Nishan Sahib, a Sikh religious flag atop the roof of Gurdwara Thala Sahib, Chamkani in Paktia province of Afghanistan having been removed: Government Sources
— ANI (@ANI) August 6, 2021
न्यूज़ एजेंसी एएनआई से जुड़े नवीन कपूर ने एक ट्वीट किया है, जिसमें ध्जव की जगह निशान साहिब हटा हुआ दिख रहा है. इधर, रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने थाला साहिब गुरुद्वारे की छत से निशान साहिब हटाने की खबरों का खंडन किया है.
अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच तालिबान का अफगानिस्तान में तांडव लगातार जारी है. अफगानिस्तान सरकार में मीडिया विभाग के प्रमुख दावा खान मेनापाल की तालिबान ने हत्या कर दी. तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बारे में बताया कि समूह के लड़ाकों ने ही दावा खान मेनापाल की हत्या की है, जो स्थानीय और विदेशी मीडिया के लिए सरकार का प्रेस अभियान संचालित करते थे.
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