Taliban Regime:  तालिबान ने गुरुवार को निर्देश दिया कि सभी टीवी चैनलों पर काम करने वाली सभी महिला प्रेजेंटर्स को प्रोग्राम प्रस्तुत करते समय अपने चेहरे को ढंकना होगा. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक टोलो न्यूज ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है.  दुराचार और सदाचार, सूचना और संस्कृति मंत्रालयों ने इसे अंतिम फैसला बताया और कहा कि अफगानिस्तान में सभी मीडिया आउटलेट्स को आदेश जारी कर दिया गया है.


तालिबान महिलाओं की आजादी पर अंकुश लगाने वाले फरमान लगातार जारी कर रहा है. इससे पहले तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) की महिला स्टाफ सदस्यों का हिजाब पहनने के लिए कहा था. UNAMA के मुताबिक तालिबानी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने यूएन से कहा कि महिला कर्मचारियों को ड्यूटी पर रिपोर्ट करते समय हिजाब पहनने पर विचार करना चाहिए.


UNAMA ने यह भी बताया कि मंत्रालय के कर्मचारी यूएन ऑफिस के बाहर खड़े होंगे ताकि यह निगरानी की जा सके कि हिजाब का इस्तेमाल किया गया है या नहीं. अगर मंत्रालय के कर्मियों को बिना हिजाब के कोई महिला कर्मचारी मिलती है, तो वे हिजाब पहनने के लिए "विनम्रता" से बात करेंगे क्योंकि बाहर हिजाब पहनना अनिवार्य है.


तालिबान ने महिलाओं पर लगाए कई प्रतिंबध
बता दें पिछले साल अफगानिस्तान पर नियंत्रण करने के बाद तालिबान ने दावा किया था कि इस बार उसका शासन पिछले कार्यकाल (1996 से 2001 तक) की तुलना में नरम होगा. लेकिन तालिबान अपने वादे को निभाता नहीं दिख रहा है बल्कि उसने महिलाओं पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं. महिलाओं को कई सरकारी नौकरियों, माध्यमिक शिक्षा, और अपने शहरों या अफगानिस्तान के बाहर अकेले यात्रा करने से प्रतिबंधित कर दिया है.


तालिबान के दो शासनकाल के बीच के 20 वर्षों के समय में, लड़कियों को स्कूल जाने की अनुमति दी गई और महिलाओं को सभी क्षेत्रों में रोजगार की तलाश करने में सक्षम बनाया गया, हालांकि देश सामाजिक रूप से रूढ़िवादी बना रहा.


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