Tarntaran Bomb Blast: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को ऑस्ट्रिया से प्रत्यर्पण के बाद तरनतारन हमले के मास्टर माइंड वांछित आरोपी बिक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. बिक्रमजीत सिंह, जिसे बिक्कर पंजवार और बिक्कर बाबा जैसे अलग-अलग उपनामों से भी जाना जाता है, पर आरोप है कि उसने अपने करीबी सहयोगियों के साथ मिलकर पंजाब में आतंकी हमलों को अंजाम देने के लिए एक आतंकी गिरोह बनाया था.
एनआईए ने कहा, बिक्रमजीत सिंह को उसके प्रत्यर्पण के बाद ऑस्ट्रिया के लिंज़ के सक्षम अधिकारी ने इंटरपोल के अधिकारियों के साथ मिलकर गिरफ्तार किया था.
बिक्रमजीत ने कथित तौर पर अपने करीबी सहयोगियों के साथ मिलकर पंजाब में आतंकी हमले के लिए एक आतंकी गिरोह बनाया था. वह 2019 में उसके खिलाफ दर्ज एनआईए के केस में फरार चल रहा था. एनआईए ने उसे भारत वापस लाने के लिए ऑस्ट्रिया में एक टीम भेजी थी.
एनआई की विशेष कोर्ट ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था
एनआईए की विशेष अदालत, मोहाली द्वारा जारी किए गए गैर-जमानती वॉरंट और उसके बाद रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर, फरार आरोपी बिक्रमजीत सिंह को 22 मार्च, 2021 को ऑस्ट्रिया के लिंज़ में हिरासत में लिया गया था. एनआईए ने एक बयान में कहा, "कानूनी कार्यवाही पूरी होने के बाद, लिंज़ क्षेत्रीय अदालत, ऑस्ट्रेलिया ने गिरफ्तार आरोपी बिक्रमजीत सिंह को प्रत्यर्पित किया."
जांच से पता चला था कि बिक्रमजीत सिंह ने न केवल सह-अभियुक्तों और अन्य को आतंकवादी गतिविधियों के लिए उकसाया बल्कि इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने और उनका उपयोग करने के लिए प्रशिक्षण भी दिया.
एनआईए ने कहा, "विभिन्न जुलूसों और आंदोलनों के दौरान, बिक्रमजीत सिंह बम ले गया और अन्य प्रतिभागियों को बड़े पैमाने पर आबादी में आतंक फैलाने के लिए सरकारी एजेंसियों पर हमला करने के लिए उकसाया." आतंकवाद रोधी एजेंसी ने आगे कहा कि डेरा मुरादपुरा को निशाना बनाने की साजिश में बिक्रमजीत सिंह मुख्य साजिशकर्ता था.
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