Taslima Nasreen Appeal To Amit Shah: बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन एक बार फिर सुर्खियों में हैं. उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह से मदद मांगी है. उन्होंने अमित शाह से अपने  X हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर मदद करने की अपील की है. उन्होंने X पर लिखा कि उनका भारतीय रेजिडेंस परमिट जुलाई में एक्सपायर हो गया है और गृह-मंत्रालय उसे रिन्यू नहीं कर रहा है.


उन्होंने भारत को अपना दूसरा घर बताया. उन्होंने कहा कि वो इस बात को लेकर काफी परेशान हैं कि उनका परमिट रिन्यू नहीं किया जा रहा है. तसलीमा ने अमित शाह से रिक्वेस्ट किया कि अगर सरकार उन्हें भारत में रहने देगी तो वो उनका शुक्रगुजार रहेंगी.


कब खत्म हुआ परमिट
तसलीमा नसरीन ने बताया कि भारत में उनका रेजिडेंस परमिट 27 जुलाई को ही समाप्त हो गया है. इसके बाद कई बार कोशिश करने के बाद भी भारत सरकार की तरफ से रिन्यू नहीं किया गया है. 






बता दें कि पूरी दुनिया में अपनी निर्भिक लेखनी के लिए तसलीमा मशहूर हैं. वो सांप्रदायिकता की कट्टर आलोचक हैं. भारत में तसलीमा साल 1994 से रह रही हैं. वो मूल तौर पर बांग्लादेश की रहने वाली हैं लेकिन लगातार बांग्लादेश में सांप्रदायिकता और महिला समानता पर इस्लामी कट्टरपंथियों की आलोचना करने के कारण उन्हें देश छोड़ना पड़ा.


वो भारत के अलावा स्वीडन, जर्मनी, फ्रांस और अमेरिका में निर्वासन जीवन बिता चुकी हैं. तसलीमा ने कई किताबें लिखी हैं जिनमें कुछ मशहूर किताबें हैं-'लज्जा' (1993) 'आमार मेयेबेला' आदि हैं. तसलीमा की पुस्तकें अंग्रेज़ी, फ्रेंच, इतालवी, स्पैनिश, जर्मन समेत दुनिया की तीस भाषाओं में अनूदित हुई हैं.