Israeli City: इकोनॉमिस्ट इंटेलिजेंस यूनिट (EIU) द्वारा जारी की गई रैंकिंग के अनुसार, तेल अविव रहने के लिए दुनिया का सबसे महंगा शहर है. जारी रिपोर्ट के अनुसार तेल अविव, 2020 की रिपोर्ट की तुलना में पांच पायदान ऊपर चढ़ गया है. गौरतलब है कि पिछले साल की रिपोर्ट के अनुसार पेरिस, हांगकांग और ज्यूरिख क्रमश पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे थे.


2021 की रिपोर्ट में पेरिस और सिंगापुर संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर हैं, इसके बाद ज्यूरिख और हांगकांग हैं. वहीं न्यूयॉर्क को इस सूची में छठा स्थान मिला है और जिनेवा को सातवें स्थान पर रखा गया है.


इस वर्ष इजरायल की करंसी डॉलर के मुकाबले बढ़ी है. इज़राइली शेकेल की ताकत के साथ-साथ परिवहन और किराने की कीमतों में  भी बढ़ोतरी होने के कारण यह शहर रैंकिग में पहले स्थान पर आ गया है. वहीं इस साल का डेटा अगस्त और सितंबर में एकत्र किया गया था, जब दुनिया भर में खुदरा माल और दैनिक उपयोग की वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोत्तरी देखी गई थी. स्थानीय कीमतों में औसतन 3.5% की वृद्धि हुई थी. जो पिछले पांच वर्षों में सबसे तेज दर्ज की गई मुद्रास्फीति दर है.


इस औसत मुद्रास्फीति के आंकड़े में असाधारण उच्च दर वाले चार शहर कराकास,दमिश्क,ब्यूनस आयर्स और तेहरान शामिल नहीं हैं. EIU की उपासना दत्त के मुताबिक, कोरोनोवायरस महामारी के कारण सामाजिक प्रतिबंधों ने ‘माल’ की आपूर्ति को बाधित कर दिया था जिसकी कमी से कीमतों के दाम अधिक बढ़ गए हैं. पेट्रोल की कीमतों में भी वृद्धि हुई है.


वहीं सीरिया की राजधानी दमास्कस अभी भी सूची में दुनिया का सबसे सस्ता शहर बना हुआ है. इसका कारण सीरिया में चल रहा गृहयुद्ध  है. वहीं दुनिया का दूसरा सबसे सस्ता शहर लिबिया का त्रिपोली है जो पिछले कई वर्षों से राजनीतिक रूप से अस्थिर है.


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