वाशिंगटन: एक नए रिपोर्ट से पता चला है कि अमेरिका की आधी आबादी विदेशी भाषा बोलती है. विदेशी भाषाओं में भारतीय भाषा सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषाओं में शुमार है. ये रिपोर्ट सेंटर ऑफ इमिग्रेशन स्टडी के द्वारा जारी की गई है. जारी रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में अमेरिका में हर पांचवां व्यक्ति अंग्रेजी के अलावा कोई दूसरी भाषा बोलते हैं. भारतीय भाषाओं में तेलुगू सबसे तेजी से बढ़ने वाली भाषा है.


हिंदी तमाम भारतीय भाषाओं में सबसे अधिक बोली जाने वाली है और ये टॉप पर कायम है. अमेरिका में 8,63,077 हजार हिन्दी भाषी लोग बोलते हैं.साल 2000 से 2017 के बीच तेलुगू बोलने वालों की संख्या में अमेरिका में 86 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई है. अरबी और हिंदी में 42 और चीनी भाषा बोलने वालों की संख्या में 23 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. तेलुगू के बाद इंडियन लैंग्वेज में बंगाली बोलने वालों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है. बंगाली बोलने वालों में 57 फीसदी वृद्धि दर्जी की गई है.


अमेरिका में जो भी विदेशी भाषाएं बोली जाती हैं उनमें भारतीय भाषाओं में हिंदी, उर्दू, पंजाबी, गुजराती, तेलुगू और बंगाली बोली जाती है. साल 2000 में यूएस में 87,543 लोग तेलुगू बोलने वाले थे जो 2010 में बढ़कर 2,22,977 हो गया. साल 2017 में इस लैंवेज को बोलने वालों की संख्या अप्रत्याशित रूप से 4,15,414 हो गई. भारत में तेलुगू मुख्यत: आंन्ध्रप्रदेश और तेलंगाना के लोग बोलते हैं.


एक अनुमान के मुताबिक भारत में सबसे ज्यादा इंजीनियर हैदराबाद शहर से अमेरिका जाते हैं. 2008 से 2012 के बीच में सिर्फ हैदराबाद से 26 हजार स्टूडेंट्स के यूएस जाने का अनुमान है. ये सभी छात्र साइंस, टैक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और मैथमैटिक्स की पढ़ाई करने वहां गए हैं.


साउथ इंडिया के लोग न सिर्फ आईटी सेक्टर में यूएस में कमाल कर रहे हैं जबकि अलग-अलग क्षेत्रों में वो बेहतरीन काम कर रहे हैं. साल 2013 में मिस अमेरिका का खिताब जिस नीना को मिला वो मूल रूप से विजयवाड़ा की रहने वाली हैं. अन्य भारतीय भाषाओं में बंगाली और तमिल पश्चिमी देशों में तेजी से बढ़ रही है.