North-South Korea Tension: उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच फिर से तनाव गहराता दिख रहा है. उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया पर आरोप लगाया कि उसने ड्रोन प्योंगयांग के ऊपर भेजे और उससे 'उत्तर कोरिया विरोधी' पर्चे गिराए. उत्तर कोरियाई राज्य मीडिया केसीएनए ने इन पर्चों में उत्तर कोरियाई आर्थिक स्थिति की खराबी और खाद्य आपूर्ति की तुलना के आरोप लगाए.
उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया को चेतावनी दी कि अगर उसके ड्रोन फिर से प्योंगयांग के ऊपर देखे जाते हैं तो उसे 'भयानक आपदा' का सामना करना पड़ेगा. उत्तर कोरिया की सेना ने सीमा पर तैयारियां बढ़ा दीं और सीमा से जुड़े सड़कों को उड़ाने की तैयारी कर रही है. उत्तर कोरिया की रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार, सेना को सभी संभावित परिदृश्यों के लिए तैयार रहने का आदेश दिया गया है, जिसमें जंग भी है.
दक्षिण कोरिया का जवाब
दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया से "अविवेकपूर्ण तरीके से कार्रवाई न करने" की अपील की है. दक्षिण कोरियाई जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने उत्तर कोरिया के आरोपों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि इस पर प्रतिक्रिया देना उत्तर कोरिया के उकसावों का हिस्सा बन सकता है. दक्षिण कोरिया के अनुसार, उत्तर कोरिया सीमा के पास सड़कों को उड़ाने की योजना बना रहा है, जो दोनों देशों के बीच जुड़ी हैं. उत्तर कोरिया ने भारी हथियारों को फिर से सीमा क्षेत्र में तैनात कर दिया है और साल 2018 के शांति समझौते को अमान्य घोषित कर दिया है.
क्या आगे हो सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि उत्तर कोरिया इस तनाव का इस्तेमाल अमेरिका और दक्षिण कोरिया के साथ भविष्य की बातचीत में स्थिति मजबूत करने के लिए कर रहा है. उत्तर कोरिया परमाणु कार्यक्रम को लेकर बेहद संवेदनशील है और दक्षिण कोरिया या अमेरिका से होने वाली किसी भी आलोचना को आक्रामक रूप से देखता है.
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