Pakistan: लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का टॉप कमांडर और हाफिज सईद के करीबी कहे जाने वाले अब्दुल सलाम भुट्टावी की मौत हो गई. उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है. अब्दुल ने मुंबई हमलों को अंजाम देने के लिए आतंकवादियों को तैयार करने में मदद की थी. उसकी मौत पाकिस्तानी जेल में गई है. अब्दुल पंजाब प्रांत के शेखपुरा जेल में टेरर फंडिंग के मामले में सजा काट रहा था. 


साल 2012 में यूएन ने अब्दुल सलाम भुट्टावी को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किया था. जिसके बाद से वह सुर्ख़ियों में बना हुआ था. उसे पाकिस्तान में टेरर फाइनेंसिंग केस में गिरफ्तार किया था. बाद में अदालत ने उसे लश्कर के संस्थापक हाफिज सईद के बहनोई अब्दुल रहमान मक्की के साथ दोषी ठहराया था. अगस्त 2020 में अब्दुल सलाम भुट्टावी को 16 साल की सजा सुनाई गई थी.


मुंबई हमले में था महत्वपूर्ण रोल 


भारतीय खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की थी कि अब्दुल 2008 में मुंबई आतंकी हमले की प्लानिंग में भी शामिल था. 26/11 मुंबई हमलों में उसने आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अब्दुल सलाम भुट्टावी ने 2002 और 2008 में हाफिज सईद की गिरफ्तारी के बाद लश्कर-ए-तैयबा का कार्यवाहक प्रमुख के तौर पर काम किया था. 2011 में भुट्टावी ने खुद 20 सालों तक आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने की बात कबूल की थी. गौरतलब है कि नवंबर 2008 में लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई जगहों पर हमले किए थे. इसमें अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों के कुल 166 लोग मारे गए थे. 


कई संगठनों ने जारी किया वीडियो 


लश्कर से जुड़े फ्रंटल संगठनों ने कथित तौर पर 78 वर्षीय अब्दुल सलाम भुट्टावी के अंतिम संस्कार का वीडियो भी जारी किया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उसे मंगलवार सुबह लाहौर के पास मुरीदके में लश्कर के मरकज में दफनाया गया. यूएन ने भी दावा किया कि अब्दुल टेरर फाइनेंसिंग, आतंकी हमले की प्लानिंग, ट्रेनिंग, रहने के ठिकानों की तलाश जैसे काम को अंजाम देता था. 


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