पाकिस्तानी एयरबेस पर फिदायीन हमला, सेना ने कहा- मार गिराए 6 आंतकी, खत्म हुआ ऑपरेशन
Paksitan Airforce Base Attack: पाकिस्तानी एयरफोर्स के बेस पर आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया है. हमले की जिम्मेदारी आंतकी संगठन तहरीक-ए-जिहाद ने ली है.
Pakistan AirForce Terrorist Attack: पाकिस्तान के मियांवाली एयरबेस पर एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ है. इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन तहरीक-ए-जिहाद ने ली है. मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक मियांवाली एयरबेस को हमले में भारी नुकसान हुआ है.
पाकिस्तानी सेना ने बयान जारी कर बताया है कि उसने आतंकी हमले को नाकाम करते हुए 6 आतंकियों को मार गिराया है. इसके साथ ही सेना ने बताया है कि आतंकियों की खिलाफ ऑपरेशन खत्म हो गया है और फिदायीन हमले की वजह से एयरफोर्स के तीन एयरकाफ्ट को नुकसान पहुंचा है.
Terrorists attack on the Pakistan Air Force base in Mianwali.
— Rimsha Ishaq (@pti_Rimsha) November 4, 2023
#PAF #Mianwali #PakArmy #earthquake #Blast pic.twitter.com/HwwAWQvX7J
एयरबेस में कैसे घुसे आतंकी?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकवादियों ने मियांवाली एयरबेस में घुसने के लिए सीढ़ियों का इस्तेमाल किया था. आतंकी ने दीवारों पर सीढ़ी लगाई और परिसर में दाखिल हो गए और एक के बाद एक कई धमाके किए.
तहरीक-ए-जिहाद ने क्या कहा?
तहरीक-ए-जिहाद के प्रवक्ता मुल्ला मोहम्मद कासिम पाकिस्तानी एयरफोर्स पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी ली है. प्रवक्ता ने दावा किया है कि हमले में कई हमलावर शामिल थे.
मियांवली एयरफोर्स बेस पर 9 मई को इमरान खान के समर्थकों ने तब हमला कर दिया था जब उनकी गिरफ्तारी हुई थी. इमरान खान के समर्थकों ने बेस पर आगजनी की थी. गिरफ्तारी से नाराज समर्थकों ने एक एयरक्राफ्ट को भी आग के हवाले कर दिया था.
तहरीक-ए-जिहाद संगठन क्या है ?
तहरीक-ए-जिहाद एक आतंकी संगठन है, जिसके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी मौजूद नहीं है. तहरीक-ए-जिहाद पहले चमन, बोलान, स्वात के क्षेत्र कबल और लकी मरूत में हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है. लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ये संगठन कई हमलों में शामिल नहीं था मगर हमले की जिम्मेदारी ले ली.
मियांवाली एयरबेस
एमएम आलम एयरबेस मियावली, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है. यह पाकिस्तानी एयरफोर्स के नॉर्दर्न एयर कमांड के अंतर्गत आता है. मियांवाली में द्वितीय विश्व युद्ध की एक एयरस्ट्रिप थी लेकिन 1965 भारत-पाक युद्ध के समय इसे एक सैटेलाइट एयरबेस के रूप में अपग्रेड किया गया था. 1971 भारत-पाक युद्ध के वक्त इस एयरबेस को पूरी तरह से ऑपरेशनल किया गया था.
ये भी पढ़ें: