Thailand Mass Shooting: उत्तर-पूर्वी थाईलैंड में गुरुवार (6 अक्टूबर ) को नॉन्ग बुआ लाम्फू प्रांत के (Nong Bua Lamphu province) चाइल्ड डे केयर सेंटर में ताबड़तोड़ फायरिंग करने वाला गनमैन की पहचान हो गई है. पन्या खमरब (Panya Khamrab) नाम का ये शख्स एक पूर्व पुलिस अधिकारी है. फायरिंग के कारनामे को अंजाम देने से पहले वो अदालत में एक केस का सामना करके आया था. इस शख्स पर ये केस ड्रग्स के आरोप में चल रहा था. अपने बच्चे के डे केयर सेंटर में न पाकर उसने गुस्से में वहां अंधाधुंध फायरिंग की. इसमें अभी तक 37 लोगों के मारे जाने की खबर है. मरने वालों में 22 बच्चे भी शामिल हैं. थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुथ चान ओचा 7 अक्टूबर शुक्रवार को वारदात की जगह का दौरा करेंगे. 


घटना से घंटो पहले गया था कोर्ट


थाईलैंड की पुलिस (Thailand Police) के मुताबिक सामूहिक गोलीबारी से पहले गनमैन अदालत में उस पर चल रहे ड्रग केस का सामना करने लिए कोर्ट गया था. पुलिस ने गोलाबारी को अंजाम देने वाले शख्स की पहचान पन्या खमरब (Panya Khamrab) के तौर पर की है. 34 साल का पन्या खमरब पुलिस लेफ्टिनेंट कर्नल पद पर था. थाई पुलिस का कहना है कि उसे जनवरी में मेथामफेटामाइन (Methamphetamine) रखने के लिए पुलिस बल से बर्खास्त कर दिया गया था. चाइल्ड डे केयर सेंटर हमले को अंजाम देने से घंटों पहले ड्रग्स के आरोप में अदालत में पेश हुआ था. उसके इस ड्रग्स केस का फैसला शुक्रवार 7 अक्टूबर को होना वाला था, लेकिन उसने खुद को और अपने परिवार को मार डाला क्योंकि पुलिस ने हमलों के बाद उसकी तलाश की. 


पत्नी- बच्चे की भी की हत्या


थाईलैंड की राजधानी बैंकाक से केवल 530 किलोमीटर दूर इस डे केयर में वह अपने बच्चे को लेने पहुंचा था. थाई पुलिस प्रवक्ता पैसन ल्यूसोम्बून (Paisan Luesomboon) ने थाईपीबीएस (ThaiPBS) टेलीविजन को बताया कि हमलावर उस समय उत्तेजित हो गया जब वह अदालत से डे केयर सेंटर पहुंचा. उन्होंने बताया कि हमलावर दोपहर करीब 1 बजे डे सेंटर पहुंचा, जब बच्चे झपकी ले रहे थे. वह चाकू, हैंडगन और एक शॉटगैन से लैस था, और लगभग तुरंत ही उसने फायरिंग करना शुरू कर दिया.


उसने इमारत में उसे रोकने की कोशिश करने वाले  शिक्षकों और पैरेंट्स को मारना शुरू कर दिया था. यहां हमले के बाद पहुंचने वाले पुलिस अधिकारियों को भयानक दृश्यों का सामना करना पड़ा. डे केयर सेंट के अंदर और बाहर वयस्कों और बच्चों के मृत शरीर पड़े थे. अपने घर जाने से पहले हमलावर ने अपने ट्रक से कई लोगों को टक्कर मार दी, और उन पर भी गोलियां चला दीं, अपनी पत्नी और बेटे की हत्या कर दी, और फिर खुद को भी खत्म कर डाला. 


बेहद विनम्र था हमलावर


लाम्फू प्रांत के (Nong Bua Lamphu province) चाइल्ड डे केयर सेंटर के एक शिक्षक ने थाईरथ टीवी नेटवर्क (Thairath TV Network) को बताया कि  शूटर का बच्चा डे-केयर सेंटर में एक नियमित छात्र था.  ये शूटर एक पूर्व पुलिस अधिकारी अपने बच्चे को नर्सरी में छोड़ने आता था और कर्मचारियों के साथ बातचीत करते वक्त  विनम्र लगता था. इस शिक्षक ने भी शूटर को रोकने की कोशिश की थी. इस शिक्षक ने बताया कि हमलावर ने उस पर गोली चलाने की कोशिश की, लेकिन वह सेंटर से भागने में सफल रहे और मदद के लिए एक दीवार पर चढ़ गए.


10  मिलियन लोगों के पास निजी बंदूकें


थाईलैंड में बड़े पैमाने पर गोलीबारी विरले ही होती है. सिडनी विश्वविद्यालय  के एक गैर सरकारी संगठन गन पॉलिसी डॉट ऑर्गेनाइजेशन (Gunolicy.Org) के सबसे हालिया आंकड़ों के मुताबिक 70 मिलियन लोगों के इस देश में निजी स्वामित्व वाली लगभग 10 मिलियन बंदूकें हैं. इनमें से लगभग 4.1 मिलियन हथियार रजिस्टर नहीं है. इस देश की तुलना में म्यांमार, जिसकी आबादी 54 मिलियन है, के पास लगभग 870,000 आग्नेयास्त्र (Firearms) हैं. जबकि लगभग 50 मिलियन की आबादी वाले दक्षिण कोरिया में लगभग 79,000 बंदूकें हैं.


पीएम सहित दुनिया की संवेदनाएं


थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुथ चान-ओचा ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना जताई उन्होंने हमले की जांच तेजी से करने के आदेश दिए हैं. उधर विश्व के नेता भी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट कर रहे हैं. ब्रिटेन की प्रधानमंत्री लिज़ ट्रस (Liz Truss) ने कहा कि वह इस भयानक वारदात के बारे में सुनकर सदमे में है.  ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस (Anthony Albanese) ने कहा कि इस दिल टूटने वाली घटना से पार पाना मुश्किल है. उन्होंने कहा "सभी ऑस्ट्रेलियाई अपना प्यार और संवेदना भेजते हैं."


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