Consumes Most Oil: तेल खपत में अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश है. भारत अपनी ज़रूरत का 80 फ़ीसदी तेल आयात करता है. स्टेटिस्टा डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, बीते साल संयुक्त राज्य अमेरिका ने प्रति दिन 19 मिलियन बैरल तेल की खपत की है. वहीं, चीन ने 14 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल की खपत की है. इसके बाद तीसरे स्थान पर भारत बना हुआ है. भारत ने 5 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल की खपत की है.
रिपोर्ट के अनुसार, 2012 से 2022 के बीच तेल की खपत में बदलाव पर नजर डालें तो तस्वीर काफी बदली नजर आती है. अमेरिकी तेल के उपयोग में केवल नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि चीन और भारत के तेल उपयोग में क्रमशः 42 और 41 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. तेल खपत करने के मामले में अमेरिका, चीन और भारत के बाद चौथे स्थान पर सऊदी अरब का नंबर आता है. इस देश ने 3 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल की खपत की है. वहीं, यूक्रेन के साथ संघर्ष में जूझ रहा रूस भी यहां पांचवे स्थान पर है. रूस भी 3 मिलियन बैरल प्रति दिन के हिसाब से तेज खर्च कर रहा है.
उत्पादकों में भी अमेरिका नंबर वन
वहीं, कच्चे तेल उत्पादकों की बात करें तो यहां भी अमेरिका शीर्ष पर काबिज है. इसके बाद कच्चे तेल के उत्पादक के मामले में नाम आता है सऊदी अरब का. अमेरिका और सऊदी अरब के बाद रूस दुनिया में कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. यहां से रोजाना करीब 50 लाख बैरल क्रूड ऑयल का निर्यात किया जाता है. निर्यात का 50% से ज्यादा हिस्सा यूरोप को सप्लाई होता है. रूसी हमले से पहले भारत अपने कुल इंपोर्ट का 1% रूस से खरीदता था, जो अब बढ़कर 17% हो गया है. वहीं, कई तरह के प्रतिबंधों के बीच रूस के तेल के खरीदार सीमित हो गए हैं.
इराक से सबसे ज्यादा तेल ख़रीदता है भारत
बता दें कि इराक से भारत में तेल का सबसे अधिक निर्यात होता है.रूस के दूसरे पायदान पर आने के बाद अब सऊदी अरब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है.भारत में तेल का 85 फीसदी से अधिक हिस्सा आयात होता है.