वाशिंगटन: आज अमेरिका को अपना 45वां राष्ट्रपति मिल जाएगा. डॉनल्ड ट्रंप आज राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे. वो वाशिंगटन डीसी पहुंच चुके हैं. खास बात ये है कि शपथ लेने के लिए उसी बाइबिल का इस्तेमाल ट्रंप करने वाले हैं, जिसका राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने इस्तेमाल किया था.
अमेरिका के 45वें राषट्रपति बनने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप का शपथ समारोह यूएस कैपिटॉल के वेस्ट ग्राउंड्स पर होगा. कैपिटॉल हिल को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है.
भारतीय समय के मुताबिक आज रात 10 बजे से ट्रंप के शपथ ग्रहण शुरु होगा जो कि रात 1.30 बजे तक चलेगा. जॉन लेजेंड, सेलिन डयाज़ और सर एल्टन जॉन जैसी मशहूर ए लिस्ट सेलिब्रेटीज़ ने ट्रंप के इनॉगरेशऩ में परफॉर्म करने से मना कर दिया है.
इस पर ट्रंप ने व्यंग्य करते हुए ट्वीट किया है, ‘’A-list celebrities जब हिलेरी क्लिंटन के लिये कुछ नहीं कर पायीं, तो ट्रंप को उनकी क्या ज़रूरत. उन्हें राषट्रपति जनता ने बनाया है और अपने स्पथ समारोह में ट्रंप को जनता के अलावा किसी सिलेब्रिटी की ज़रूरत नहीं है.
हालांकि करीब 50 डेमोक्रेटिक नेता भी समारोह का बॉयकोट कर रहे हैं, लेकिन उम्मीदों से परे हिलेरी क्लिंटन और बिल क्लिंटन, पूर्व राषट्रपति बुश और जिमी कार्टर भी समारोह में नज़र आयेंगे. वैसे भारत के नज़रिए से ट्रंप का राष्ट्रपति बनना बेहद अहम है, क्योंकि वो अपने भाषणों में वो कई बार भारत और पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ कर चुके हैं.
ट्रंप कह चुके हैं कि वो भारत के अच्छे दोस्त साबित होंगे. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में वो भारत के साथ खड़े हैं. भारत की आर्थिक विकास का उदाहरण वो कई बार अपने चुनावी भाषणों में दे चुके हैं.
हालांकि ट्रंप की कई नीतियां भारत के खिलाफ भी जा सकती हैं. वो आउटसोर्सिंग के खिलाफ कदम उठाने की बात कर चुके हैं, जिसका भारतीय आईटी कंपनियों पर बुरा असर पड़ेगा. एच वन बी वीज़ा सिस्टम बदलने की बात कह चुके हैं, ज्यादातर भारतीय आईटी कंपनियां इसी वीज़ा का इस्तेमाल करती हैं.
चुनाव जीतने के बाद अब तक डोनाल्ड ट्रंप सिर्फ प्रेसीडेंट इलेक्ट थे और व्हाइट हाउस से दूर थे. लेकिन शपथ लेने के बाद वो ओवल ऑफिस का भार संभालेंगे और ये जिम्मेदारी संभालते ही उनके शुरुआती फैसले क्या होंगे ? इस पर अमेरिका और दुनिया की नज़र रहेगी.