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UK Census 2022: इंग्लैंड में लगातार बढ़ रही है भारतीयों की संख्या, जनसंख्या के आंकड़ों ने चौंकाया

Indians In England: इंग्लैंड में भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. देश में जारी किए जनसंख्या के आंकड़ों ने चौंकाया है. इंग्लैंड के नागरिकों की जनसंख्या में 6 में से एक नागरिक भारतीय है.

Indians In England: इंग्लैंड में साल 2021 की जनगणना रिपोर्ट के हालिया आंकड़ों ने चौंकाया है. आंकड़ों से पता चला है कि इंग्लैंड और वेल्स की कुल जनसंख्या में से छह में से एक नागरिक भारतीय है. आंकड़े बताते हैं कि इंग्लैंड में लगभग 10 मिलियन निवासी यूके के बाहर पैदा हुए थे. भारत में पैदा हुए इंग्लैंड और वेल्स के निवासियों की संख्या में 1.5% की वृद्धि दर्ज की गई है. जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, अन्य देशों की तुलना में भारतीयों की आबादी इंग्लेंड और वेल्स में सबसे अधिक है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, "भारत में पैदा हुए इंग्लैंड और वेल्स के निवासियों की संख्या 2011 की जनगणना में 6,94,148 से बढ़कर 2021 की जनगणना में 9,20,361 (सामान्य निवासी आबादी के 1.5%) हो गई है."

साल 2021 की जनगणना से पता चलता है कि इंग्लैंड और वेल्स में 59.6 मिलियन (लगभग 6 करोड़) देश के निवासियों में से 49.6 मिलियन (83.2%) नागरिक यूके में पैदा हुए थे और 10 मिलियन (16.8%) नागरिक यूके के बाहर पैदा हुए थे. साल 2011 की जनगणना की तुलना में गैर यूके के नागरिकों में 2.5 मिलियन (25 लाख) की वृद्धि दर्ज की गई है और वह अब 7.5 मिलियन (75 लाख) पहुंच गई है जो ब्रिटेन के बाहर पैदा हुए थे. 2021 में, यूरोपीय संघ में पैदा हुए लोगों की आबादी 3.6 मिलियन (36 लाख) थी और शेष 6.4 मिलियन  (64 लाख) यूरोपीय संघ के बाहर पैदा हुए थे. 2021 में  गैर-यूके देश के नागरिकों की संख्या 2011 के ही समान थी, जिसमें पहले नंबर पर भारत, उसके बाद पोलैंड और तीसरे नंबर पर पाकिस्तान है.

अमेरिका और जमैका के लोग इंग्लैंड में ज्यादा नहीं

2021 में इंग्लैंड में रहने वाले गैर-यूके देश के नागरिकों में रोमानिया, आयरलैंड, इटली, बांग्लादेश, नाइजीरिया, जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका के थे. जबकि शीर्ष 10 गैर-यूके देशों के नागरिकों की बात करें तो अब उनमें  अमेरिका और जमैका के नागरिक नहीं हैं. 2021 में गैर यूके पासपोर्ट धारी पोलिश के (760,000, 1.3%), रोमानियाई (550,000, 0.9%) और भारतीय (369,000, 0.6%) तीन सबसे आम देश के नागरिक शामिल थे. अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन, इंग्लैंड और वेल्स: जनगणना 2021 के डेटा से पता चलता है कि ब्रिटेन के बाहर पैदा हुए निवासियों में सबसे बड़ी वृद्धि रोमानिया से हुई थी, इसके बाद भारत और पोलैंड का स्थान था.

लंदन में सबसे ज्यादा दूसरे देश के लोग रहते हैं 

लंदन में ब्रिटेन के बाहर पैदा हुए लोगों का सबसे बड़ी संख्या है और यह गैर-यूके पासपोर्ट के नागरिकों वाली जगह है. 2021 में, लंदन में 10 में से 4 (40.6%) नागरिक गैर-यूके में जन्मे थे और 5 में से 1 से अधिक (23.3%) के पास गैर-यूके का पासपोर्ट था. गैर-यूके पासपोर्ट धारकों के उच्चतम अनुपात वाले शीर्ष 20 स्थानीय अधिकारियों में से 15 लंदन में थे. शीर्ष तीन लंदन शहर (34.0%), वेस्टमिंस्टर (33.6%) और न्यूहैम (33.3%) में थे. लंदन के बाहर, गैर-यूके पासपोर्ट धारकों का उच्चतम अनुपात कैम्ब्रिज में था.

जनसंख्या का पूरा ग्राफ बदल गया है

जनगणना अधिकारी  जॉन रॉथ-स्मिथ ने कहा, "जनगणना इस बात की तस्वीर पेश करती है कि पिछले एक दशक में जनसंख्या का पूरा ग्राफ कैसे बदल गया है. बीते दशक में हमने कोरोना महामारी को झेला है और आज भी हम इस महामारी के साथ जी रहे हैं. उन्होंने कहा कि, हालांकि इन घटनाओं का लोगों के निर्णयों या किसी निश्चित समय पर प्रवास या यात्रा करने की क्षमता पर प्रभाव पड़ सकता है, मार्च 2011 की तुलना में मार्च 2021 में यहां जो लोग रह रहे हैं उनमें रोमानिया के सबसे ज्यादा लोग हैं. जबकि भारत, पाकिस्तान और पोलैंड के साथ-साथ इटली जैसे दक्षिणी यूरोपीय देशों से प्रवासन के कारण भी इंग्लैंड में जनसंख्या में वृद्धि हुई है."

यह भी पढ़ें: China Zero Covid Policy: जीरो-कोविड पॉलिसी को संभाल नहीं पा रहा चीन, अधिकारियों से लोगों की एक बार और हुई भिड़ंत

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