पाकिस्तान में जारी सियासी संकट के बीच राष्ट्रपति आरिफ अली ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने 90 दिनों में चुनाव कराने को कहा है. राष्ट्रपति की इस चिट्ठी के साथ  पाकिस्तान में अगले 90 दिनों में आम चुनाव के आसार दिख रहे हैं. 


राष्ट्रपति ने ये चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट में जारी सुनवाई के बीच लिखी है. बता दें कि इमरान खान के खिलाफ आए अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करना और संसद को भंग करने का फैसला सही था या नहीं, इसपर पाकिस्तान का सुप्रीम कोर्ट आज फिर सुनवाई कर रहा है.


इस बीच इमरान खान ने ट्वीट किया है कि सबसे अच्छे रक्षक हमेशा लोग होते हैं. यह लोगों को ही बाहर आना चाहिए और स्थानीय सूत्रधारों, हमारे मीर जाफर और मीर सादिकों के माध्यम से एक बाहरी ताकत द्वारा पाकिस्तान की संप्रभुता और लोकतंत्र पर सबसे बड़े हमले को विफल करना चाहिए. किसी देश की संप्रभुता और लोकतंत्र को मजबूत करना है.


इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री फारुख हबीब ने कहा कि 90 दिनों में चुनाव होंगे. उनका ये बयान प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने नेशनल असेंबली को भंग करने के बाद आया. हबीब ने कहा कि विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों को संसद ने वोट देने का अधिकार दिया है इसलिए विपक्ष उनका ये अधिकार छिन नहीं सकता है. रविवार को नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने प्रधानमंत्री के खिलाफ बहुप्रतीक्षित अविश्वास प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि यह संविधान के अनुच्छेद 5 के खिलाफ है.


संसद भंग होने के कुछ ही मिनटों बाद एक टेलीविज़न संबोधन में इमरान खान ने घोषणा की कि उन्होंने राष्ट्रपति को सभी असेंबली को भंग करने की सलाह दी.


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