नेपाल: आठ भारतीयों की मौत की वजह का अब तक खुलासा नहीं, सभी केरल के रहने वाले
मृतकों की पहचान प्रवीण कृष्णन नायर, शरन्या शशि, श्रीभद्र प्रवीण, आरचा प्रवीण, अभिनव शरन्या नायर, रंजीत कुमार, आदथोल पुनाथिल, इंदु लक्ष्मी पीतांबरन रागलता और वैष्णव रंजीत के रूप में हुई है. काह जा रहा है कि इनकी मौत दम घुटने के कारण हुई है.दो दंपत्ति और चार बच्चे, केरल के उन 15 लोगों के उस समूह का हिस्सा थे जो केरल से पोखरा गया था.रिजॉर्ट के प्रबंधक के अनुसार, ये लोग एक कमरे में रूके थे और उन्होंने खुद को गर्म रखने के लिए गैस हीटर चालू किया. कमरे की सभी खिड़कियां और दरवाजे अंदर से बंद थे.
काठमांडू/तिरुवनंतपुरम: नेपाल में एक रिजॉर्ट के कमरे में एक हीटर से संदिग्ध गैस रिसाव के कारण मंगलवार को चार बच्चों समेत आठ भारतीय पर्यटकों की मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक सुशील सिंह राठौर ने बताया कि रिजॉर्ट के कमरे में बेहोश मिले इन भारतीय नागरिकों को एचएएमएस अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. मकवानपुर पुलिस ने बताया कि इन लोगों का दम घुटने के कारण बेहोश होने की आशंका है.
काठमांडू में भारतीय दूतावास के सूत्रों ने बताया, ‘‘सभी आठ लोगों को हवाई मार्ग से काठमांडू के एक अस्पताल लाया गया. भारतीय मिशन के एक चिकित्सक को भी आवश्यक सहायता उपलब्ध कराने के लिए तुरन्त संबंधित अस्पताल भेजा गया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें अब सूचित किया गया है कि सभी आठ मरीज जीवित नहीं है.’’
एवरेस्ट पैनोरमा रिजॉर्ट में रुके थे सभी लोग
दो दंपत्ति और चार बच्चे, केरल के उन 15 लोगों के उस समूह का हिस्सा थे जो केरल से पोखरा गया था. वे अपने घर वापस लौट रहे थे और सोमवार की रात मकवानपुर जिले के दमन में एवरेस्ट पैनोरमा रिजॉर्ट में रुके थे.
खुद को गर्म रखने के लिए चलाया था गैस हीटर
रिजॉर्ट के प्रबंधक के अनुसार, ये लोग एक कमरे में रूके थे और उन्होंने खुद को गर्म रखने के लिए गैस हीटर चालू किया. प्रबंधक ने बताया कि पर्यटकों ने कुल चार कमरे बुक किये थे और उनमें से आठ लोग एक कमरे में रुके हुए थे और बाकि अन्य कमरे में ठहरे थे. उन्होंने बताया कि कमरे की सभी खिड़कियां और दरवाजे अंदर से बंद थे.
केरल में शोक की लहर
नेपाल के एक रिजॉर्ट में दो दंपतियों और उनके चार बच्चों की मौत से केरल में शोक की लहर छा गई. परिवार के एक सदस्य ने बताया कि दोनों आईटी पेशेवर प्रबीन कुमार नायर और रंजीत इंजीनियरिंग कॉलेज के सहपाठी और मित्र थे और दिल्ली में अपने पुराने मित्रों से मिलने के बाद उन्होंने इस यात्रा की योजना बनाई थी.
तिरुवनंतपुरम के चेमपजंथी के रहने वाले प्रबीन दिल्ली में इंजीनियर थे जबकि उनकी पत्नी शरण्या तीन बच्चों के साथ कोच्चि में रह रही थी. एक पड़ोसी ने बताया कि प्रबीन और उनका परिवार पिछले साल सितम्बर में ओणम उत्सव के दौरान यहां अपने घर आया था जहां उनके अभिभावक रह रहे थे.परिवार के एक मित्र ने बताया कि प्रबीन के माता-पिता को केवल इतना बताया गया है कि वे एक हादसे का शिकार हो गये हैं.
उन्होंने टेलीविजन चैनलों को बताया, ‘‘हमने उन्हें उस त्रासदी के बारे में नहीं बताया है जो भयावह थी.’’
परिवार के एक सदस्य ने बताया कि रंजीत तिरुवनंतपुरम में एक आईटी फर्म में कार्यरत थे जबकि उनकी पत्नी इंदु कोझिकोड में एक सहकारी बैंक में लेखाकार थी. रंजीत का बड़ा बेटा माधव बच गया क्योंकि वह एक अन्य कमरे में सो रहे थे.
केन्द्र और राज्य सरकार ने कहा कि जल्द से जल्द पार्थिव शरीरों को स्वदेश लाने के प्रयास किये जा रहे हैं.
केरल के पर्यटन मंत्री कदकम्पल्ली सुरेंद्रन ने क्या कहा?
केरल सरकार ने कहा कि नेपाल के एक रिजॉर्ट में मृत मिले केरल के आठ पर्यटकों के शवों को जल्द से जल्द राज्य लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे. इस घटना पर दुख जताते हुए केरल के पर्यटन मंत्री कदकम्पल्ली सुरेंद्रन ने कहा कि सरकार ने राज्य के डीजीपी को नेपाल पुलिस के संपर्क में रहने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘नेपाल में आठ भारतीय पर्यटकों की मौत की दुखद खबर से बहुत व्यथित हूं.’’
उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास के अधिकारी अस्पताल में हैं और आवश्यक सहायता उपलब्ध करा रहे हैं. भारतीय मिशन ने मृतकों के परिजनों को सभी आवश्यक मदद उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने जताया दुख तिरुवनंतपुरम में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने नेपाल में मलयाली पर्यटकों की मौत पर दुख व्यक्त किया.उनके कार्यालय ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने उनके शवों को स्वदेश लाने के लिए प्रक्रिया में तेजी लाने के वास्ते कदम उठाये हैं.उनके कार्यालय ने कहा है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर नोरका (केरल के प्रवासी मामलों का विभाग) के अधिकारी नेपाल में भारतीय दूतावास के संपर्क में हैं.
नेपाल में दिसम्बर और जनवरी के बीच शीतलहर चलती है. काठमांडू से दक्षिण में 70 किलोमीटर दूर स्थित दमन एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है.
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