श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने आर्थिक संकट और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के बीच कल रात देश को संबोधित किया. देश की जनता से धैर्य बनाए रखने की कोशिश में प्रधानमंत्री ने लोगों को और भड़का दिया है. प्रधानमंत्री राजपक्षे ने डॉलर की बढ़ती कीमत के लिए जनता को जिम्मेदार ठहरा दिया है.
राजपक्षे ने जनता से कहा, 'आपके विरोध के हर सेकेंड में हमें डॉलर में नुकसान हो रहा है.' राजपक्षे ने जनता से धैर्य बनाए रखने और सरकार को स्थिति का हल निकालने के लिए समय मांगा. प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'आपके विरोध से हम हर सेकेंड डॉलर में नुकसान झेल रहे हैं.' राजपक्षे ने इस दौरान ये भी आरोप लगाया कि विरोध करने वाले लोग श्रीलंकाई युद्ध नायकों का अपमान कर रहे हैं. उन्होंने कहा, लिबरेशन टाइगर्स फॉर तमिल ईलम के विरोद्धियों के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाले युद्ध नायकों का अपमान किया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने देश के युवाओं से आग्रह किया कि वो ये सब ना करें.
संकट से बाहर निकलने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे- राजपक्षे
राजपक्षे ने अपने संबोधन में ये भी कहा, 'देश की जनता को इस स्थिति में नहीं डालने के लिए हमने युद्ध (लिट्टे के साथ) समाप्त किया. लोग कतार में ना खड़े रहे इसलिए राजमार्गों का निर्माण किया गया. हमने बंदरगाहों का निर्माण इसलिए किया जिससे तेल के जहाजों को निष्क्रिय न किया जाए.' उन्होंने आगे कहा, 'जब तक हमें उनके भुगतान के लिए डॉलर नहीं मिलते तब तक हम इस संकट से बाहर निकलने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे.' उन्होंने कहा, 'मैंने और मेरे परिवार ने इस दौरान सबसे अधिक अपमान सहा है. लेकिन आप सभी से अनुरोध है कि उन युद्ध नायकों का अपमान ना करें जिन्होंने हमारे देश को आतंकवाद से बचाया है.'
विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि, देश में मौजूदा संकट का समाधान निकालने के लिए संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले सभी दलों से एकजुट होकर हल निकालने का आग्रह किया गया लेकिन कोई भी सामने नहीं आया. उन्होंने कहा कि, इस संकट का हल एक दो दिन में नहीं होगा साथ ही कहा कि सरकार इससे निकलने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.