संयुक्त राष्ट्र: अमेरिका ने धमकी देते हुए कहा है कि वो संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद की सदस्यता त्याग देगा. ये धमकी उसने उन पांच निंदा प्रस्तावों के पारित किए जाने के बाद दी है जिनमें इस्राइल की खिलाफत की गई है. अमेरिका ने कहा कि उसका धैर्य अब खो रहा है जिसके बाद दुनिया के इस सबसे शक्तिशाली देश ने परिषद से हटने की धमकी दी.
अमेरिकी राजदूत निक्की हेली ने एक बयान में कहा कि इस्राइल के खिलाफ परिषद का रवैया बिल्कुल पक्षपातपूर्ण है, जबकि इस संगठन ने उत्तर कोरिया, ईरान और सीरिया के खिलाफ सिर्फ तीन प्रस्ताव ही पारित किये हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा धैर्य की सीमा है. आज के कदम से यह साफ हो गया है कि यह संगठन अपनी साख खो चुका है, जिसे मानव अधिकारों का सच्चा हिमायती होना चाहिए.’’
अमेरिका पिछले साल से ही लगातार इस 47 सदस्यीय परिषद से निकलने की धमकी देता रहा है. 2006 में इस परिषद की स्थापना दुनिया भर में मानवाधिकारों को बढ़ावा देने और उसके संरक्षण के लिए की गई थी.
इस परिषद में शामिल इस्लामिक सहयोग संगठन के सदस्य देशों ने परिषद के ‘एजेंडा आइटम7’ के तहत पांच प्रस्ताव पेश किये थे, जो इस्राइल के लिए चिंताजनक हैं.