नई दिल्ली: कोरोना से लड़ रही दुनिया इस वक्त एक सवाल में उलझी है कि उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग जिंदा है या मर गया? अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने किम जोंग को लेकर अब जो कहा है उससे ये सवाल गहरा गया है कि वाकई किम का रहस्य है क्या? इस बीच अब खबर ये है कि एक शहर को कैदखाना बना दिया गया है. माना जा रहा है कि किम खुद यहां जिंदा होने के सबूत पेश करने वाला है. तो सवाल ये है कि क्या उत्तर कोरिया का तानाशाह किम जोंग अपने जिंदा और असली होने का सबूत देने के लिए दोबारा जनता के सामने आने वाला है?


दरअसल, इस सवाल का जन्म हुआ है उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयोंग से करीब 800 किलोमीटर दूर देश के रेजॉन से. रेजॉन चीन और रूस की सीमा से लगा हुआ है, उत्तर कोरिया का ये शहर समंदर की खूबसूरती को अपने में समेटे ये शहर आज चर्चा में है. बताया जा रहा है कि इस शहर को सील कर दिया गया है और इसके चर्चा में होने के दो कारण है. पहला ये कि शायद तानाशाह किम जोंग इस शहर का दौरा करने वाला है. और दूसरा ये कि चीन के करीब होने की वजह से शायद कोरोना ने इस शहर को अपनी कैद में ले लिया है.


सच्चाई क्या है इसका पता लगाने में दुनिया जुटी है. ब्रिटेन के अखबार एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक कई दिनों से रेजॉन शहर में ट्रेन से आने वाले यात्रियों की खास तरह से स्क्रीनिंग की जा रही है. रेजॉन शहर के रास्ते सैकड़ों लोग रोज रूस और चीन व्यापारिक काम के सिलसिले में आते जाते हैं. अखबार ने स्थानीय लोगों के हवाले से खबर छापी है कि ट्रेन के यात्रियों के साथ ही सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों की भी जांच की जा रही है. और बाहरी लोगों के प्रवेश पर शहर में पूरी तरह रोक लगा दी गई है.


बताया जा रहा है कि जांच ऐसी है कि जहां पहले जाने में घंटे भर का समय लगता था वहां जांच की वजह से 3 से 4 घंटे लग रहे हैं. 2 लाख की आबादी वाले इस शहर के स्थानीय कुछ लोगों को शक है कि शायद कोरोना की वजह से ऐसा किया जा रहा है. कोरोना की खबर में दम लोग इसलिए नहीं मान रहे क्योंकि जब चीन में कोरोना चरम पर था तब भी ये शहर सुरक्षित था. अब चीन में कोरोना कमजोर पड़ चुका है ऐसे में इस शहर को लॉक करने के पीछे कोरोना मजबूत कारण नहीं लग रहा है.


ऐसे में अखबार ने कुछ स्थानीय लोगों के हवाले से ये भी बताया है कि हो सकता है कि रेजॉन में नंबर वन इवेंट होने वाला हो. उत्तर कोरिया में नंबर वन इवेंट का मतलब होता है तानाशाह का कार्यक्रम. दबी जुबान शहर में लोग इस बारे में चर्चा कर रहे हैं. क्योंकि उत्तर कोरिया में अमूमन इस तरह के प्रतिबंध उस इलाके में लगाये जाते हैं जहां तानाशाह का दौरा प्रस्तावित होता है.


इस वक्त दुनिया में तानाशाह के जिंदा होने को लेकर सस्पेंस बना हुआ है. कई लोग तो मान रहे हैं कि एक मई को दुनिया के सामने जो शख्स आया था वो तानाशाह का डुप्लीकेट है. सच्चाई से कोई पर्दा उठा नहीं उल्टे ताकतवर लोग बयान देकर तानाशाह के रहस्य को बढ़ा ही रहे हैं. अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रॉबर्ट ओ ब्रायन ने ये कहकर सस्पेंस बढ़ा दिया है कि उनका मानना है कि तानाशाह किम जोंग जिंदा हैं. लेकिन इसकी पुष्टि वो नहीं कर सकते.


तो सवाल ये कि क्या तानाशाह किम जोंग खुद के जिंदा होने का सबूत देने के लिए अपने देश के रेजॉन शहर में सामने आने वाला है? अब इन सवालों का जवाब का खुलासा 1 मई को ही हो सकेगा.


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