नयी दिल्ली: नेपाल और भूटान से लगे ओपन बॉर्डर की देखरेख करने वाले एसएसबी को भारत विरोधी ताकतों को रोकने के लिए 650 एजेंट्स वाली पहली खुफिया शाखा मिली है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि सीमा सुरक्षा और आतंरिक सुरक्षा ड्यूटी के लिए एक स्पेशल जासूसी ब्रांच बनाने और इस तैनात करने के एसएसबी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है.
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने एक बयान में कहा कि एसएसबी की संचालन क्षमता (operational capacity) इससे बेहतर होगी. एसएसबी भारत-नेपाल के बीच 1,751 किमी लंबी सीमा और भारत-भूटान के बीच 699 किमी लंबी सीमा की पहरेदारी करता है. एसएसबी अब इन दोनों इलाकों पर अपने खुफिया एजेंटों को ट्रेनिंग देगा और उनकी तैनाती करेगा.
बताते चलें कि बल में करीब 80,000 लोग कार्यरत हैं. 1962 के चीनी आक्रमण के बाद इसका गठन किया गया था.