लंदन: सात मुस्लिम बहुल देशों से आव्रजन (immigration) पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बैन को खारिज करने में देर करने पर ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीज़ा मे को पार्टी के साथ साथ विपक्षी सांसदों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. मे ने कहा था कि आव्रजन नीति अमेरिका के लिए मुद्दा है. बाद में डाउनिंग स्ट्रीट ने स्पष्टीकरण दिया कि वह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आव्रजन बैनों से ‘सहमत नहीं हैं’ मे की शुरूआती टिप्पणियों और बैन पर ट्रंप के कार्यकारी आदेश की निंदा करने से उनके इनकार से कल विवाद को हवा मिली थी.

डाउनिंग स्ट्रीट की एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अमेरिकी आव्रजन नीति अमेरिका की सरकार का मामला है. लेकिन हम इस तरह के नज़रिए (ट्रंप के नजरिए) से सहमत नहीं हैं.’’ मे ने समूचे अमेरिकी शरणार्थी कार्यक्रम रोकने और सात मुस्लिम बहुत देशों के नागरिकों की यात्रा पर बैन लगाने के ट्रंप के आदेश से पहले शुक्रवार को अमेरिका की यात्रा की थी.

आदेश जारी किए जाने के समय टेरीज़ा तुर्की में थी. तब उन्होंने आदेश की निंदा करने से इनकार कर दिया था. डाउनिंग स्ट्रीट ने उनका रुख साफ किया. प्रदर्शनकारी मे के रुख की आलोचना करने के लिए डाउनिंग स्ट्रीट के समक्ष जमा होने की योजना बना रहे हैं. इस बीच, ट्रंप की ब्रिटेन की प्रस्तावित यात्रा रद्द करने की पीटिशन पर एक लाख से ज्यादा दस्तखत हो चुके हैं जिससे इस मुद्दे पर हाउस ऑफ कॉमन्स में चर्चा हो सकती है. अंदेशा है कि कई ब्रिटिश एथलीट ट्रंप के इस बैन से प्रभावित हो सकते हैं. इसमें सोमालिया में जन्मे ओलंपिक चैंपियन मो फराह शामिल हैं जो अमेरिका में प्रशिक्षण लेते हैं.

लेबर लीडर जेरेमी कारबिन ने मे पर ब्रिटिश मूल्यों को बुलंद करने में कमजोर होने का आरोप लगाया. उन्होंने इशारा किया कि ट्रंप को ब्रिटेन की राजकीय यात्रा के लिए आमंत्रित नहीं किया जाना चाहिए था. यह यात्रा संभवत: जून में होगी. कारबिन ने कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप जब अपने शर्मनाक मुस्लिम बैन और शरणार्थियों और महिलाओं के अधिकारों पर हमले से हमारे साझे मूल्य तोड़ रहे हैं तो उनका ब्रिटेन में स्वागत नहीं किया जाना चाहिए.’’

कंजरवेटिव पार्टी के इराकी मूल के सांसद नदीम ज़हावी ने ट्वीट कर इस बात की पुष्टि की है कि आदेश उनपर और उनकी पत्नी पर लागू होगा क्योंकि वे इराक में जन्मे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘दुखद दिन. दोयम दर्जे का नागरिक महसूस कर हूं...अमेरिका के लिए दुखद दिन.’’