लंदन: ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थिरेसा मे ने ब्रिटेन की संसद में हुई अहम वोटिंग में जीत हासिल कर ली है जिसके बाद उन्हें ब्रेक्जिट की प्रक्रिया आधिकारिक रूप से शुरू करने और 28 सदस्यीय यूरोपीय यूनियन छोड़ने के लिए बातचीत शुरू करने का अधिकार मिल गया है. यूरोपीय यूनियन (वापसी की नोटिफिकेशन) बिल पर अंतिम बहस और वोटिंग कल रात हुई ताकि ब्रिटेन की प्रधानमंत्री को लिस्बन संधि के आर्टिकल- 50 को लागू करने की अनुमति मिल सके जिससे साल 2019 तक यूरोपीय यूनियन के गैर सदस्य के तौर पर ब्रिटेन के नए समझौते के लिए बातचीत की दो साल की अवधि शुरू हो सके.


इस बिल को 122 के मुकाबले 494 वोटों से पास किया गया और यह बिल अब हाउस ऑफ लॉर्डस में भेज दिया गया है. शैडो बिजनेस सेक्रेटरी क्लाइव लुइस लेबर पार्टी के उन 52 सांसदों में शामिल थे जिन्होंने बिल को समर्थन देने के पार्टी के आदेशों की अवहेलना की और उन्होंने शैडो कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया. हाउस ऑफ कॉमन्स के सदस्यों ने बिल के अंतिम संसोधनों पर बहस की जिनमें बातचीत प्रक्रिया के लिए अहम सिद्धांत शामिल है.

इसके बाद बिल को वोटिंग के लिए तीसरी और अंतिम बार पढ़ा गया. अभी तक बिल बिना किसी बदलाव के ब्रिटेन की संसद के निचले सदन में दो दिनों की बहस के बाद पास हो गया. सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाया था कि लिस्बन संधि के आर्टिकल- 50 को लागू किए जाने के पहले सांसदों का समर्थन लिया जाना होगा जिसके बाद इस विधेयक को पिछले महीने पेश किया गया था.