Rishi Sunak Vs Boris Johnson: भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक एक बार फिर ब्रिटेन के पीएम की रेस में शामिल हो गए हैं. ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री सुनक ने रविवार (23 अक्टूबर) को पीएम पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा एक ट्विटर पोस्ट के जरिये की. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि इस बार सुनक को कंजर्वेटिव पार्टी के 128 सांसद समर्थन कर रहे हैं, जो कि पीएम बनने के लिए न्यूनतम 100 के आंकड़े से काफी ज्यादा है.


रिपोर्ट्स के दावे पर यकीन करें तो इस बार सुनक को पीएम की कुर्सी पर बैठने से कोई नहीं रोक सकता है. हालांकि, पूर्व पीएम बोरिस जॉनसन के समर्थकों ने भी पर्याप्त संख्याबल का दावा किया है. फिलहाल जॉनसन की ओर से उम्मीदवारी की घोषणा किया जाना बाकी है. मजेदार बात यह है लिज ट्रस के इस्तीफे के बाद अचानक बदले सियासी घटनाक्रम को देखते हुए जॉनसन अपनी छुट्टियां बीच में रोककर वापस लौट आए और उन्होंने पीएम पद के लिए सुनक से साथ लंबी बैठक भी की थी.


कब तक तय होगा अगला ब्रिटिश पीएम


यूके पार्लियामेंट वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, सोमवार (24 अक्टूबर) को नामांकन बंद होंगे. नामांकन ईमेल से भेजे जा सकते हैं या सीधे जमा कराए जा सकते हैं. अगर 100 सांसदों के समर्थन वाले एक से ज्यादा उम्मीदवार होते हैं तो मतदान की पूरी प्रक्रिया 28 अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएगी. वहीं, ब्रिटेन में अगला आम चुनाव 2024 में होना है.


सही साबित हुई सुनक की चेतावनी


माना जा रहा है कि सुनक इस बार पहले के मुकाबले ज्यादा गंभीरता से मुकाबले में हैं क्योंकि उनकी ज्यादातर चेतावनियों को निवर्तमान प्रधानमंत्री लिज ट्रस ने ‘नाउम्मीदी की भावना’ के रूप में खारिज कर दिया था. कुख्यात ‘मिनी बजट’ के फैसलों से अर्थव्यवस्था में गिरावट के मद्देनजर सुनक की चेतावनी सही साबित हुई है.


पूर्व निवेश बैंकर, ऑक्सफोर्ड और स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के स्नातक ऋषि सुनक 2015 में यॉर्कशायर के टोरी गढ़ रिचमंड से संसद सदस्य चुने गए थे और फिर वह जल्द ही कनिष्ठ मंत्री से वित्त मंत्री के पद तक पहुंच गए.


लिज ट्रस से इतने पीछे रह गए थे सुनक


पिछले महीने, ब्रिटेन की तत्कालीन विदेश मंत्री लिज ट्रस ने ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए मुकाबले में हराकर प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन का स्थान लिया था. तब ट्रस को 57.4 फीसदी और सुनक को 42.6 फीसदी मत मिले थे.


ऐसा है सुनक का परिवार


सुनक की दो बेटियां- कृष्णा और अनुष्का, हैं. सुनक की पत्नी अक्षता मूर्ति इन्फोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और लेखक सुधा मूर्ति की बेटी हैं. सुनक के पिता यशवीर सेवानिवृत्त डॉक्टर हैं जबकि उनकी मां ऊषा सुनक फार्मासिस्ट हैं. ऋषि सुनक जब सांसद बने थे तो उन्होंने हाउस ऑफ कॉमंस में भगवद्गीता के नाम पर शपथ ली थी.


भारत को लेकर सुनक का रुख क्या है?


प्रधानमंत्री पद की दौड़ के लिए लगभग आठ सप्ताह तक चले चुनाव अभियान के दौरान ऋषि सुनक ने कहा था, ‘‘हम जानते हैं कि ब्रिटेन-भारत संबंध महत्वपूर्ण हैं. हम अपने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु का प्रतिनिधित्व करते हैं.’’


सुनक ने कहा था कि द्विपक्षीय संबंधों के लिए उनका दृष्टिकोण ब्रिटेन के लिए भारत में चीजों को बेचने के मौके से परे रहा है और वह चाहते हैं कि ब्रिटेन भी ‘भारत से सीखे’. उन्होंने कहा था, ‘‘मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि हमारे छात्रों के लिए भी भारत की यात्रा करना और सीखना आसान हो, हमारी कंपनियों और भारतीय कंपनियों के लिए एक-दूसरे के साथ काम करना आसान हो क्योंकि यह केवल एकतरफा संबंध नहीं है, यह दो-तरफा संबंध है और इस तरह का बदलाव मैं उस रिश्ते में लाना चाहता हूं.’’


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