चीन की तरफ से पिछले साल गर्मियों में सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किए जाने के बाद से हांगकांग से हजारों लोग अपने घर छोड़कर ब्रिटेन चले गए हैं और अभी कई हजारों के यहां से जाने की संभावना है. इनमें से कुछ लोगों को इस बात का डर सता रहा है कि लोकतंत्र की मांग वाले प्रदर्शनों का समर्थन करने के कारण उन्हें दंडित किया जा सकता है. जबकि, कुछ लोगों का कहना है कि उनके जीवन जीने के तरीके और नागरिकों की स्वतंत्रता पर चीन की दखलंदाजी अब बर्दाश्त से बाहर हो गई है और वे अपने बच्चों का बेहतर भविष्य चाहते हैं. इनमें से कई लोग कभी वापस नहीं लौटने का मन बना चुके हैं.


अब और भी बड़ी संख्या में लोगों के हांगकांग से ब्रिटेन जाने की संभावना है क्योंकि हांगकांग के 50 लाख लोग अब ब्रिटेन में वीजा आवेदन करने की योग्यता रखते हैं. इस तरह वे ब्रिटेन में रह सकते हैं, काम कर सकते हैं, पढ़ाई कर सकते हैं तथा समय बीतने के साथ ब्रिटेन के नागरिक भी बन सकते हैं.


‘ब्रिटिश नेशनल ओवरसीज’ वीजा के लिए आवेदन प्रक्रिया रविवार से खुल गई है. हालांकि इससे पहले ही कई लोग ब्रिटेन पहुंच चुके हैं. ब्रिटेन की सरकार ने कहा कि ब्रिटिश नेशनल ओवरसीज (बीएनओ) पासपोर्ट धारक करीब सात हजार लोग बीती जुलाई से वहां पहुंचे हैं.


हांगकांग में एनलेक्स इमिग्रेशन कंसल्टेंट्स के संस्थापक एंड्रयू लो ने बताया, ‘‘जुलाई में बीएनओ की घोषणा से पहले लोग ब्रिटेन के आव्रजन को लेकर ज्यादा पूछताछ नहीं करते थे. लेकिन अब तो इस बारे में जानकारी पाने के लिए एक दिन में 10 से 15 कॉल आने लगी हैं.’’ लो ने बताया कि नए वीजा के चलते ब्रिटेन में प्रवेश की राह में जो अवरोधक थे वे बहुत कम हो गए हैं.


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