Hardeep Nijjar Case: खालिस्तानी झंडे, सैकड़ों की भीड़... निज्जर हत्याकांड में गिरफ्तार भारतीयों की पेशी के दौरान प्रदर्शन
Hardeep Nijjar Case: कनाडा के एडमॉन्टन में रहने वाले 22 वर्षीय करण बराड़, कमलप्रीत सिंह (22) और करणप्रीत सिंह (28) को हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोप में शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया था.
Hardeep Singh Nijjar Killing Case: खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए तीन भारतीय नागरिकों को मंगलवार (7, मई) को ब्रिटिश कोलंबिया की एक प्रांतीय अदालत में पेश किया गया. इस दौरान खालिस्तानी समर्थकों ने कोर्ट के बाहर खालिस्तान के समर्थन वाले झंडे लहराए और निज्जर मामले में गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिकों का विरोध जताया.
अंग्रेजी वेबसाइट इंडिया टुडे ने स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के हवाले से बताया कि मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट के अंदर एक अलग रूम खोला गया था, जिसमें करीब 50 लोग सुनवाई को देखना चाहते थे. हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों और वीडियो में सैकड़ों प्रदर्शनकारी कोर्ट के बाहर दिखाई दिए, जिनके हाथों में आतंकी निज्जर के समर्थन वाले पोस्टर और तख्तियां थीं. साथ ही वह खालिस्तान समर्थित झंडे भी लहरा रहे थे.
निज्जर की हत्या के आरोप में किया गिरफ्तार
एडमॉन्टन में रहने वाले 22 वर्षीय करण बराड़, कमलप्रीत सिंह (22) और करणप्रीत सिंह (28) को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था. उन पर फर्स्ट-डिग्री हत्या और हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया है. वे मामले में हत्या के आरोप का सामना करने के लिए मंगलवार को प्रांतीय अदालत के सामने वीडियो के जरिए अलग-अलग पेश हुए.
इस दिन होगी मामले में सुनवाई
वैंकूवर सन अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, तीनों भारतीयों को अपने वकीलों से बातचीत करने का समय देने के लिए मामले को 21 मई तक के लिए स्थगित कर दिया गया है. रिपोर्ट में बताया गया कि तीनों ने कोर्ट की कार्यवाही को अंग्रेजी में सुनने के लिए सहमति जताई.
क्या है मामला?
कनाडाई नागरिक और खालिस्तानी समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून, 2023 को एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को लेकर कनाडा में भारतीय राजनयिकों को धमकी भी दी गई थी. पिछले साल सितंबर में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या के लिए भारतीय एजेंट्स को जिम्मेदार ठहराया था. इसके बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में तल्खियां देखने को मिली थीं.