Earthquake in Tibet : नेपाल के बॉर्डर के पास तिब्बत के शिगात्से में मंगलवार (07 जनवरी, 2025) की सुबह कई देशों के लिए तबाही लेकर आई. तिब्बत में आए भयंकर भूकंप में 53 लोगों की जान चली गई. वहीं, इस भूकंप से तिब्बत समेत चीन के कई इलाकों में, नेपाल और भारत के दिल्ली-NCR, बिहार और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए हैं.
रिक्टर स्केल पर भूकंप के पहले झटके की तीव्रता 7.1 मापी गई, जो सुबह 6 बजकर 35 मिनट आई. वहीं, इस भूकंप में बड़ी संख्या में मौत और तबाही ने दुनिया को माइकल डी नास्त्रेदमस की 2025 के लिए की गई भविष्यवाणियों की याद दिलाई है.
याद की जा रही नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी
16वीं सदी में फ्रांस के भविष्यवक्ता माइकल डी नास्त्रेदमस ने 2025 के लिए भयंकर आपदाओं की भविष्यवाणी की है. इसमें भूकंप, बाढ़, महाशक्तियों में टकराव आर्थिक उथल-पुथल, साइबर खतरा और वैश्विक अशांति और अस्थिरता शामिल है. नास्त्रेदमस के कई दावों को पहले भी सही साबित होने का दावा किया जाता रहा है. वहीं, अब तिब्बत-नेपाल सीमा पर आए भूकंप को भी उनकी भविष्यवाणी के साथ जोड़ा जा रहा है. नास्त्रेदमस ने अपनी किताब में 2025 में कई और चुनौतियों और आपदाओं का जिक्र किया है.
नास्त्रेदमस ने अपनी किताब में भविष्यवाणियों का किया है जिक्र
नास्त्रेदमस ने साल 1555 में लिखी अपनी किताब ‘लेस प्रोफेइट्स’ में इन भविष्यवाणियों का जिक्र किया है. हालांकि उनकी भविष्यवाणियों की अलग-अलग तरह से व्याख्या की जाती है. वहीं, इस किताब में लिखी घटनाएं आज की दुनिया में चुनौतियों से मिलती-जुलती है.
उल्लेखनीय है कि नास्त्रेदमस की किताब लेस प्रोफेइट्स में 900 से ज्यादा कविताएं हैं, जिन्हें रहस्यमय तरीके से लिखा गया है. दावा किया जाता है कि इन कविताओं में विश्व युद्ध, नेपोलियन के उदय समेत कई भविष्यवाणी की गई थी, जो सही साबित हुई. नास्त्रेदमस ने अपनी कविताओं में बार-बार प्राकृतिक आपदाओं का जिक्र किया है. इसमें साल 2025 के लिए धरती की हिलना और नदियों में उफान का भी जिक्र है.
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