TikTok Banned: बेल्जियम के प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर डी क्रू (Alexander De Croo) ने शुक्रवार (10 मार्च) को चीनी वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिक टॉक को सरकारी कर्मचारियों के फोन से बैन करने की घोषणा की. राष्ट्रीय सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इस घोषणा को लागू करने का आदेश दिया.


प्रधानमंत्री डी क्रू ने कहा कि बेल्जियम (Belgian) की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने टिक टॉक से बड़ी मात्रा में डेटा से जुड़े जोखिमों के बारे में बताया था. उन्होंने बताया कि इसका स्वामित्व चीनी फर्म बाइटडांस के पास है. ऐसे में उन्होंने देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टिक टॉक को बैन करने का फैसला लिया.


टिकटॉक ने जताई फैसले पर नाराजगी


टिकटॉक ने एक बयान में कहा कि वह गलत इंफॉर्मेशन पर आधारित निर्णय से नाराज है. कंपनी ने कहा कि वह यूजर डेटा को अमेरिका और सिंगापुर में स्टोर करती है और यूरोप में डेटा सेंटर बना रही है. कंपनी के अधिकारी ने कहा कि चीनी सरकार राष्ट्रों को उनके क्षेत्र में डेटा शेयर करने के लिए बाध्य नहीं कर सकती है. इसके अलावा वीडियो-शेयरिंग ऐप को यूएस और कनाडा में वर्क फोन से पहले ही प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि भारत में इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है.


कहां-कहां है टिकटॉक बैन 
इसके अलावा पाकिस्तानी अधिकारियों ने अक्टूबर 2020 से कम से कम चार बार टिक टॉक पर थोड़े समय के लिए प्रतिबंध लगाया है. अफगानिस्तान के तालिबान ने युवाओं को 'गुमराह' होने से बचाने का तर्क देते हुए 2022 में टिक टॉक और चीनी गेम पबजी पर प्रतिबंध लगा दिया. साथ ही पिछले साल भारत-चीन सीमा विवाद के बाद सरकार ने 200 से ज्यादा चीनी ऐप्स को बैन कर दिया था. 


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