TikTok Bone Smashing Trend: आज कल टिक टॉक यूजर पर एक नया क्रेज हावी हो गया है, जिसमें लोग खूबसूरत दिखने के चक्कर में हथौड़ों और बोतल जैसी चीजों का इस्तेमाल करते हुए खुद के चेहरे पर वार कर रहे हैं. इस ट्रेंड को लोगों ने बोन स्मैशिंग नाम दिया है. इस अजीबो-गरीबो ट्रेंड को अब तक करीब 26 लोग टिक टॉक पर देख चुके हैं.


टिक टॉक के बोन स्मैशिंग ट्रेंड में लोग जानबूझकर अपने चेहरे की हड्डियों को तोड़कर नया आकार देने की कोशिश करते हैं. इसकी वजह से वो मनचाहा फेस कटिंग हासिल कर लेते हैं, जैसा वो चाहते हैं. इस ट्रेंड को फॉलो करने वाले लोगों ने हथौड़ी से चेहरे पर वार करने के बाद फोटो और वीडियो टिक टॉक पर अपलोड भी करते हैं.


बोन स्मैशिंग के पीछे का सिद्धांत 
टिक टॉक के बोन स्मैशिंग ट्रेंड को 19वीं सदी के जर्मन सर्जन और एनाटॉमिस्ट जूलियस वोल्फ के नियम से जोड़कर देखा जा रहा है, जो चेहरे पर हथौड़ी से वार करके चेहरे को ठीक करते थे. इस तरीके में चेहरे की हड्डियां लगातार बनती रहती है और पुरानी या क्षतिग्रस्त हड्डियां लगातार खत्म हो जाती है. उनके जगह पर नई हड्डियां आती रहती हैं.


हालांकि, इस बात का कोई सबूत नहीं है कि आपके चेहरे पर नुकीली वस्तुओं से प्रहार करने से आप अधिक आकर्षक बनेंगे. वास्तव में बोन स्मैशिंग सिद्धांत वोल्फ के नियम के विपरीत है. किसी नुकीले वस्तु से झटका वास्तव में फ्रैक्चर जैसे नुकसान पहुंचा सकता है.


बोन स्मैशिंग के पीछे लोगों का तर्क
बोन स्मैशिंग के पीछे लोगों का तर्क है कि हड्डियों पर फोर्स करने से चेहरे की रीमॉडलिंग होती है. इस प्रोसेस में मजबूत और मोटी हड्डियां बनती हैं. वहीं ऐसा न करने से हड्डियां पतली या कमजोर हो सकती हैं. इस वजह से कई टिकटोकर्स ने चेहरे का लुक पाने के लिए अपने चेहरे की बनावट को तराशने के लिए बोन स्मैशिंग का सहारा लिया है.


इवनिंग स्टैंडर्ड अखबार के अनुसार, हड्डी टूटने से बार-बार चोट लगने से तंत्रिका क्षति और असुविधा हो सकती है, जबकि अत्यधिक बल के परिणामस्वरूप फ्रैक्चर और आजीवन विकृति हो सकती है.


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