टोक्यो: टोक्यो ओलंपिक के मद्देनजर जापान सरकार ने एक अनोखी पहल की है. ओलंपिक में शामिल होने वाले मुस्लिम खिलाड़ियों और उनके मुसलमान समर्थकों के लिए सड़कों पर चलने वाली एक मस्जिद तैयार की गई है. एक ट्रक में बनाई गई इस मस्जिद को टोक्यो की सड़कों पर चलाया जाएगा.


इसके अलावा जुलाई में शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों में प्रार्थना के लिए खास कमरों को भी निर्माण खेल परिसर में किया जा रहा है. हालांकि इसके लिए फिलहाल कोई स्थान नहीं बनाया गया है. दरअसल जापान की राजधानी में होटल और प्रार्थना स्थलों की कमी है.

ट्रक पर मस्जिद

इस परेशानी से निपटने के लिए प्रशासन के द्वारा मोबाइल मस्जिद का निर्माण किया गया है. यह 48 वर्ग मीटर का ट्रक के पीछे बना एक प्रार्थना कक्ष है. जिसमें प्रार्थना के सभी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है. इस वाहन में पानी की व्यवस्था है और इस पर अरबी में लिखा गया है ताकि किसी को कोई परेशानी ना हो.

इस मोबाइल मस्जिद को यासु प्रोजेक्ट के नाम से तैयार किया गया है. गौरतलब है कि टोक्यो में 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया है. इस प्रोजेक्ट के सीईओ यासुहारु इनो ने कहा कि वो चाहते हैं कि खिलाड़ी अपनी पूरी मोटिवेशन के साथ खेलों में हिस्सा लें.

शांतिपूर्ण ओलंपिक खेलों को बढ़ावा

उन्होंने कहा कि उनके इस प्रयास से दुनिया भर के सभी लोगों में भेदभाव मुक्त शांतिपूर्ण ओलंपिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा. वहीं ओलंपिक आयोजकों का कहना है कि वह सभी धार्मिक लोगों के लिए सुविधाएं देने का प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही सभी धार्मिक आस्थाओं की एक सूची तैयार की जा रही हैं. जिससे जरूरतमंदों की मदद की जा सके.

सूत्रों के अनुसार, जापान में कुल मस्जिदों की संख्या 105 के करीब है. हालांकि इनमें से अधिकांश टोक्यों से बाहर हैं. पांच बार नमाज बढ़ने वाले मुसलमानों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए ऐसी व्यवस्था की गई है. वहीं प्रोजेक्ट के अधिकारी इनौ का कहना है कि उन्हें इंडोनेशिया की तरफ से खिलाड़ियों की ऐसी मदद के लिए कहा गया था.

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