Afghanistan Crisis: तालीबानी नेताओं का इंटरव्यू करने वाली महिला पत्रकार ने भी छोड़ा अफगानिस्तान, abp न्यूज़ से कही ये बात
Afghanistan Crisis: एबीपी न्यूज़ से Exclusive बातचीत करते हुए बेहेशटा अरघंद ने कहा कि उन्होंने अफ्गानिस्तान इसलिए छोड़ा क्योंकि उन्हें तालिबान से बाकी सभी लोगों की तरह डर लग रहा था.
Afghanistan Crisis: अफ्गानिस्तान की वो दिलेर महिला पत्रकार जिसने तालिबान के सामने खड़े होने की हिम्मत दिखाई थी, वो पत्रकार जिसने तालिबानी कब्ज़े के बाद पहली बार तालिबानी नेताओं का इंटरव्यू किया था. आज वो पत्रकार खुद अफ्गानिस्तान छोड़ कर जा चुकी है. आखिर उस हिम्मत वाली महिला पत्रकार ने ऐसा क्यों किया, क्यों छोड़ गई वो अपने वतन को, खुद बताया पत्रकार बेहेशटा अरघंद ने.
एबीपी न्यूज़ ने बेहेशटा से संपर्क किया तो हमसे Exclusive बातचीत करते हुए बेहेशटा ने कहा कि उन्होंने अफ्गानिस्तान इसलिए छोड़ा क्योंकि उन्हें तालिबान से बाकी सभी लोगों की तरह डर लग रहा था. बेहेशटा ने बताया कि वो अफ्गानिस्तान छोड़ कतर पहुंच चुकी हैं और अपने साथ अपने पूरे परिवार को भी कतर ले आईं हैं. बेहेशटा ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि सिर्फ वही नहीं बल्कि उनकी संस्था के तकरीबन सभी पत्रकार देश छोड़कर भाग चुके हैं.
बेहेशटा ने कहा कि तालिबान उनपर तालिबानी अंदाज में काम करने का दबाव बनाता था और चारों तरफ डर का माहौल था, इसलिए उन्होंने देश छोड़ने का फैसला किया कि जान रहेगी तो ही पत्रकारिता कर सकूंगी. बेहेशटा ने कहा कि तालिबान बहुत सी बातें कर रहा है और वो देखेंगी, अगर तालिबान अपनी बातों पर खरा उतरता है तो वो देश वापस लौटना चाहेंगी.
हालांकि बेहेशटा ने भी कहा कि तालिबान महिलाओं को मीडिया में या प्रशासन में कबूल नहीं करते लिहाज़ा वो देखना चाहेंगी कि तालिबान वाकई महिलाओं को उनका काम करने देता है या नहीं और बच्चियों कि तालीम के लिए क्या व्यवस्था करता है. बेहेशटा ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि उन्होंने अफ़्गानिस्तान इसलिए छोड़ा क्योंकि तालिबान वहां हर जगह काबिज है और उन्हें तालिबानी शासन से डर लग रहा था.
राज की बातः तालिबान ने रखी भारत के सामने मान्यता देने की मांग, जानें क्या है देश का रुख