Justin Trudeau Photo Viral: कनाडा के निवर्तमान प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने सोमवार (10 मार्च,2025 ) को हाउस ऑफ कॉमन्स में अपने उत्तराधिकारी के रूप में मार्क कार्नी (Mark Carney) का नाम घोषित कर दिया. इस घोषणा के साथ ही ट्रूडो ने औपचारिक रूप से अपने प्रधानमंत्री पद और संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया.


उनकी विदाई के दौरान एक अनोखी घटना घटी, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. ट्रूडो को संसद से बाहर निकलते समय अपनी हाउस ऑफ कॉमन्स की कुर्सी हाथ में लिए हुए देखा गया. उनके इस अनूठे अंदाज की तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं


हाथ में कुर्सी लेकर क्यों निकले ट्रूडो?
यह दृश्य उस समय का है जब ट्रूडो ने अपना फेयरवेल स्पीच दिया और फिर हाथ में कुर्सी उठाकर संसद से बाहर निकलते दिखे. इस दौरान उन्होंने कैमरे की ओर देखकर मस्तीभरे अंदाज में जीभ निकाली, जिससे यह तस्वीर और भी मजेदार बन गई. यह कुर्सी हाउस ऑफ कॉमन्स में उनकी सीट थी, जिसे लेकर बाहर जाना एक सिंबॉलिक इशारा माना जा रहा है. कई लोग इसे उनके कार्यकाल की समाप्ति का प्रतीक मान रहे हैं, जबकि कुछ लोग इसे उनके मजाक के रूप में देख रहे हैं.


मार्क कार्नी होंगे कनाडा के नए प्रधानमंत्री
मार्क कार्नी, जो बैंक ऑफ कनाडा और बैंक ऑफ इंग्लैंड के गवर्नर रह चुके हैं, अब कनाडा के नए प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं. वे 2008 में वैश्विक मंदी के दौरान कनाडा की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए जाने जाते हैं. 2013 में उन्होंने ब्रिटेन के सेंट्रल बैंक गवर्नर के रूप में कार्य किया था. दिलचस्प बात यह है कि कार्नी ने कभी भी कोई निर्वाचित पद नहीं संभाला और वे संसद के सदस्य भी नहीं हैं.


सोशल मीडिया पर ट्रूडो की फोटो को लेकर रिएक्शन
ट्रूडो की कुर्सी उठाए तस्वीर पर सोशल मीडिया यूजर्स जमकर कमेंट कर रहे हैं. कुछ लोगों ने इसे ट्रूडो की राजनीतिक यात्रा का अनोखा समापन बताया. कई लोगों ने इसे "क्या शॉट है!" कहते हुए सराहा.
कुछ आलोचकों ने इसे एक 'राजनीतिक स्टंट' करार दिया. ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर इस तस्वीर को लाखों लाइक्स और शेयर मिल चुके हैं.


फेयरवेल स्पीच में ट्रूडो हुए भावुक
अपने फेयरवेल स्पीच के दौरान जस्टिन ट्रूडो भावुक हो गए. उन्होंने अपनी बेटी एला-ग्रेस के साथ मंच साझा किया. इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर एक आखिरी कटाक्ष भी किया. इस दौरान उन्हें टिशू से अपनी आँखें पोंछते हुए देखा गया.


क्या कहते हैं राजनीतिक विश्लेषक?
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रूडो की इस हरकत को उनके हंसमुख व्यक्तित्व का हिस्सा माना जा सकता है. कुछ लोगों ने इसे एक सोची-समझी PR रणनीति करार दिया है. वहीं, ट्रूडो समर्थकों का मानना है कि यह उनकी ईमानदारी और स्वाभाविकता को दर्शाता है. विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि मार्क कार्नी को लिबरल पार्टी का नेता बनाना 2025 के चुनावों के लिए एक बड़ी रणनीति हो सकती है.



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