Qari Fateh Abu Usman Al-Kashmiri Killed: तालिबान के खुफिया बल ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में एक ऑपरेशन में इस्लामिक स्टेट (आईएस) समूह के दो प्रमुख कमांडरों को मार गिराया है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो मारे गए आतंकवादियों में से एक कारी फतेह था, जिसे खुफिया प्रमुख और इस्लामिक स्टेट-खुरासान प्रांत (ISKP) के पूर्व युद्ध मंत्री के रूप में जाना जाता था.
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने IS-K के कमांडर के मारे जाने की जानकारी दी है. मुजाहिद ने कहा कि कारी फतेह कथित तौर पर ISKP के लिए मुख्य रणनीतिकार था, और काबुल में रूसी, पाकिस्तानी और चीनी राजनयिक मिशनों सहित कई हमलों की योजना बना रहा था. इससे पहले भी कई आतंकी गतिविधियों में कारी फतेह संलिप्त रह चुका था.
मुजाहिद के मुताबिक, ऑपरेशन में कारी फतेह को मार गिराया गया, जबकि उसके साथी को पकड़ लिया गया है. आतंकी संगठन का मारा गया यह कमांडर अपने साथियों के साथ मिलकर कई मस्जिदों और बौद्ध मठ को तबाह कर चुका है. तालिबान ने सीधे तौर पर कहा है कि अगर हमले बंद नहीं हुए तो आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई होती रहेगी.
आतंकी ठिकानों को किया जा रहा ख़त्म
गौरतलब है कि तालिबानी फोर्स IS-K के आतंकी ठिकानों को खत्म करने के लिए सर्च ऑपरेशन चला रही है. दरअसल, 2014 से ही IS-K अफगानिस्तान में हो रही आतंकी गतिविधियों में सक्रिय है. अब तालिबान शासन इसे बड़ा खतरा मान रहा है.
खूंखार आतंकवादी एजाज भी मारा गया
इसके साथ ही जबीहुल्लाह मुजाहिद ने अपने बयान में कश्मीर में जन्मे खूंखार आतंकवादी एजाज अहमद अहंगर उर्फ अबू उस्मान अल-कश्मीरी के साथ मारे जाने की भी पुष्टि की. अहंगर को हाल ही में भारत सरकार ने अल-कायदा और अन्य वैश्विक आतंकवादी समूहों के साथ संपर्क रखने और देश में इस्लामिक स्टेट (IS) को फिर से शुरू करने के आरोप में आतंकी घोषित किया था.
अफगान खुफिया विभाग ने मार्च 2020 में आत्मघाती बम विस्फोट के मास्टरमाइंड के रूप में अहंगर की पहचान की थी. जानकारी के मुताबिक एजाज को भारत के लिए इस्लामिक स्टेट (IS) भर्ती सेल के प्रमुख के रूप में नियुक्त किया गया था और उसने एक ऑनलाइन भारत-केंद्रित ISIS प्रचार पत्रिका शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
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